KishanganjNews:राष्ट्रीय लोक अदालत में 815 मामले हुए निष्पादित

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बैंक ऋण के कुल 515 मामले, टेलीफोन बिल के 33 मामले एवं फिनांस कम्पनी के 6 मामले सामने आए।

किशनगंज/ प्रतिनिधि

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशांत कुमार ने पीठ के सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों से अपील किया कि पक्षकारों को ध्यान में रखते हुए मामलों का निपटारा उदारता पूर्वक एवं नियमानुसार करें।

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार ओम शंकर ने पक्षकारों से विशेष अनुरोध किया कि वे अपने-अपने वाद का निष्पादन शांति पूर्वक करें। राष्ट्रीय लोक अदालत के पीठ के न्यायिक सदस्य विशेष न्यायाधीश पोक्सो अधिनियम दीपचन्द पाण्डेय, सीजेएम मुक्तेश मनोहर ,अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी द्वितीय शोभना त्रिपाठी, न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी सुरभित सहाय व सिविल जज जूनियर डिवीज़न द्वितीय सह न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी रंधीर कुमार शामिल हुए।

इन पांच पीठों में गैर न्यायिक सदस्य के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज के पैनल अधिवक्ता जय किशन प्रसाद ,गांधी लाल सिंह ,अर्चना , जयदेव समजदार व अबूलैस सौरी की प्रतिनियुक्ति की गई थी।राष्ट्रीय लोक अदालत में व्यवहार न्यायालय के कुल 199 मामलें जिसमें अपराधिक शमनीय 136 मामलें, दावा वाद से 1 मामले में समझौता की राशी पांच लाख थी।विधुत विभाग के 62 मामले शामिल थे। बैंक ऋण के कुल 515 मामले, टेलीफोन बिल के 33 मामले एवं फिनांस कम्पनी के 6 मामले सामने आए। राष्ट्रीय लोक अदालत में काफी भीड़ देखी गई।

जगह जगह लगा था सहायता केंद्र

पक्षकारों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो इसके लिए जगह-जगह सहायता केंद्र पर साथ ही प्रत्येक पीठ में एक–एक अधिकार मित्र की प्रतिनियुक्ति की गई थी।उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मी के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय के कर्मियों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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