बच्चों के लिए माता पिता प्रथम गुरु और परिवार यूनिवर्सिटी: मुबारक कापड़ी

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पौआखाली (किशनगंज)रणविजय


पौआखाली के ऐतिहासिक मेलाग्राउंड में प्राइवेट स्कूल्स एन्ड वेलफेयर एसोसिएशन किशनगंज के तत्वावधान में आयोजित एकदिवसीय तालीमी सेमिनार के शानदार कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शिक्षाविद् विचारक मुबारक कापड़ी ने उपस्थित सैकड़ों बच्चों, अभिभावकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवम् जनप्रतिनिधियों को संबोधित कर कहा कि शिक्षा का स्थान सर्वोपरि है और प्रत्येक मनुष्य को अपने तथा अपने समाज और राष्ट्र के आर्थिक, सामजिक,सांस्कृतिक उत्थान के लिए शैक्षणिक स्तर को बढ़ावा देना अति आवश्यक है।

श्री कापड़ी ने कहा कि बच्चों का पहला गुरु, माता-पिता (अभिभावक) होते हैं जबकि सम्पूर्ण परिवार उसका यूनिवर्सिटी। कोई भी बच्चा चाहे किसी भी स्कूल यूनिवर्सिटी में पढ़ लें किन्तु, जबतक माता पिता के द्वारा अपने बच्चों में अच्छे गुण संस्कार,नीति, सिद्धांत और विचार प्रदान नही करते तबतक उन बच्चों की शिक्षा अधूरी रह जाती है।

बच्चों में गुणात्मक शिक्षा के लिए सिर्फ शिक्षकों को ही नही बल्कि, अभिभावकों को भी समानांतर तरीके से अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करने की आवश्यकता है। आज के इस भौतिकवादी युग में बच्चों में गुणात्मक शिक्षा का ह्रास बेहद चिंता का विषय है।

खासकर लड़कियों के बनिस्पत लड़कों में शिक्षा के प्रति अरुचि के क्या कारण है हमें उसकी जड़ तलाशने पड़ेंगे। समाज में काफी अभिभावक ऐसे हैं जो अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने के बजाए कम उम्र में ही काम धंधे पर लगा देते हैं जो बिल्कुल ही गलत मानसिकता है।

वैसे अभिभावकों से मेरी अपील है कि आप अपने बच्चों को रोजाना स्कूल भेजकर उन्हें शिक्षित बनाएं ताकि बड़े होकर बच्चे एक काबिल इंसान बन सके और जिनसे परिवार,समाज और राष्ट्र का कल्याण हो सके। वहीं कार्यक्रम में आमन्त्रित बतौर अन्य मुख्य अतिथियों में एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष व अमौर के विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि सीमांचल का इलाका शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा है। सीमांचल की बदहाली और पिछड़ेपन को दूर करना है तो हमें शिक्षा को हथियार बनाकर सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। हमें हर कीमत पर अपने बच्चों में शिक्षा का अलख जगाना होगा।

हमारे बच्चों में काबिलियत छुपी है उसे निखारने के लिए अभिभावकों को अपना सोच बदलने की आवश्यकता है। तभी हमारा सीमांचल और प्रदेश सहित सम्पूर्ण भारतवर्ष एक विकसित और खुशहाल राष्ट्र बन पाएगा। इनसे पूर्व आमंत्रित अतिथियों का कार्यक्रम के संयोजक असद इक़बाल, राहील अख्तर के अलावे नैय्यर आलम व अन्य ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव के अलावे इलाके के कई दीगर शख्सियत उपस्थित थें।

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