रिपोर्ट :सागर चन्द्रा
भारत बंगलादेश सीमा पर तैनात बीएसएफ जवान न सिर्फ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल तत्वों के मंसूबे को नाकाम करते हैं ,बल्कि सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगो की सुरक्षा के साथ-साथ सेवा कार्य को भी बढ़-चढ़कर अंजाम देते हैं । उसी क्रम में पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के अंतर्गत सीमावर्ती गांव चोपड़ामारी के कुछ नागरिकों ने प्रसव पीड़ा के दौरान एक गर्भवती महिला निवासी ग्रामीण-चोपड़ामारी, थाना-चोपरा, जिला उत्तर दिनाजपुर को प्रसव की आपात स्थिति में मदद के लिए बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के किशनगंज सेक्टर के अंतर्गत 94 बटालियन के बीओपी अंबिकानगर में बीएसएफ से संपर्क किया।
जिसके बाद बीएसएफ ने आपातकालीन आधार पर बीएसएफ नर्सिंग स्टाफ के साथ एक एम्बुलेंस प्रदान की और बीएसएफ एम्बुलेंस में निकटतम उप डिवीजन अस्पताल, चोपड़ा में ले जाया गया। महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने बीएसएफ की इस त्वरित कार्रवाई की तहे दिल से सराहना किया।
बताते चलें कि सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक श्री अजय सिंह के नेतृत्व में अपने नियमित सीमा वर्चस्व कार्य के अलावा इस तरह के अनुकरणीय कार्य नियमित रूप से करते रहते हैं। सीमावर्ती आबादी के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के अलावा, बीएसएफ के जवान हमेशा जरूरतमंद सीमा आबादी को जरूरतमंद उद्देश्य के लिए उनकी आकस्मिक आवश्यकता के समय मदद करते रहते हैं। ‘‘सीमाओं के प्रहरी‘‘ न केवल सीमा पर अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं, बल्कि सीमावर्ती आबादी के लिए मानवीय भूमिका भी निभाते रहते हैं।