मेची नदी का बढ़ा जलस्तर , सीमाई इलाके के लोगों में भय का माहौल

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गलगलिया /चंदन मंडल

लगातार हो रही बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। शहर से लेकर गांव तक लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी खतरे का निशान छूने को है। नदी का जलस्तर बढ़ने से तेजी से कटाव जारी है। नदी का लगातार जलस्तर बढ़ने से आसपास बसे लोगों को बाढ़ का डर सताने लगा है। लोगों का कहना है कि मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर जहां लोगों को खुशी किया था और बाद में बारिश होना बंद हो गया था। लेकिन अचानक कई दिनों से हो रहे लगातार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण उनकी भय की आशंकाएं भी बढ़ा दी है।






नदियों का जलस्तर भी खतरे का निशान से ऊपर बढ़ते हुए को देखकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।नदियों की स्थिति पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। वहीं , दूसरी ओर नदियों का
जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवों के लोगों के रात की नींद गायब हो गई है। शहरी क्षेत्र के निचले इलाकों में जलजमाव होना शुरू हो गया है। जलजमाव के कारण लोगों को सड़कों पर आवागमन करने में परेशानी हो रही है। लगातार बारिश होने के कारण बिहार के किशनगंज जिले के कई नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। नदियों के आस-पास रहने वाले लोगों को बाढ़ का चिंता सताने लगा है। भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी का जलस्तर बढ़ने से मेची नदी का कटाव लगातार जारी है। जिसके कारण सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है।






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