किशनगंज: नाबार्ड और आरडीएमओ के द्वारा 15 आदिवासी परिवारों के बीच वितरित की गई 90 बकरियां

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ठाकुरगंज में 500 आदिवासी परिवारों के आर्थिक उत्थान एवम् सम्पन्नता को लेकर नाबार्ड और आरडीएमओ संस्था का संयुक्त रूप से प्रयास है जारी

किशनगंज/रणविजय


राष्ट्रीय कृषि एवम् ग्रामीण विकास बैंक यानि नाबार्ड तथा आरडीएमओ संस्था के संयुक्त प्रयास से ठाकुरगंज ब्लॉक में समेकित आदिवासी विकास परियोजना अंतर्गत (वाडी) कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत कुल 500 आदिवासी परिवारों को चिन्हित किया गया है जिनमें 440 परिवार भूमि वाले और 60 भूमिहीन परिवारों को उनकी आर्थिक सम्पन्नता एवम् आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रोजगार का अवसर प्रदान किया है।इस सिलसिले में बुधवार के दिन पौआखाली एलआरपी चौक स्थित आरडीएमओ कार्यालय परिसर में एक सेमिनार का आयोजन कर 15 भूमिहीन आदिवासी परिवारों के बीच प्रत्येक परिवार में 5-5 बकरी तथा एक- एक बकरे के साथ एक-एक शेड प्रदान किया गया।इनसे पहले बकरियों का टीकाकरण कराया गया तथा बकरियों के पौष्टिक भोजन के लिए 3 माह का आहार भी दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नाबार्ड के डीडीएम दयानन्द कुमार ने कहा कि नाबार्ड अपने सहयोगी संस्था आरडीएमओ के साथ मिलकर क्षेत्र के 500 आदिवासी परिवारों के स्थायी रोजगार सृजन हेतु सतत प्रयासरत है।






हमारा लक्ष्य और उद्देश्य है कि आने वाले दिनों में प्रत्येक चयनित परिवारों को विभिन्न स्रोतों से कम से कम 10-15 हजार रुपए तक मासिक आय की आमदनी सुनिश्चित कराना,जिसके तहत ही 60 भूमिहीन परिवारों के अलावे 500 में 440 भूमि वाले आदिवासी परिवारों को कृषि के लिए 40 आम,20 अनानास और 80 पीस लकड़ी का पौधा जिनमें एमसोल और महुगनी शामिल है उन्हें वितरित कर रोपण करवाने के अलावे उक्त जमीन को कांटेदार तार और पीलर घेराव कर सुरक्षित भी किया जाना है।समय समय पर पौधों में कीटनाशक और जैविक खाद का छिड़काव भी करवाना है।अबतक कुंजिमारी,मालीटोला,गेराबाड़ी,गुआबाड़ी और कच्चूदह में 110 एकड़ भूभाग में वाडी विकसित किया जा चूका है।इस मौके पर आरडीएमओ के सीएमओ आरके सिन्हा ने परियोजना के प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वाडी कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए परियोजना के संचालन के लिए प्रत्येक गाँव में लाभुकों की समिति एवम् परियोजना स्तर पर परियोजना समिति बनाई गई है।मासिक बैठक में समिति के सदस्यगण और पदाधिकारीगण परियोजना के क्रियान्वयन पर नियमित चर्चा करेंगे।कार्यक्रम को पशु चिकित्सक आशीष रंजन ने भी संबोधित कर लाभुकों को पशुओं के देखभाल हेतु कई अहम टिप्स दिए।कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मो परवेज आलम परियोजना समन्वयक आरडीएमओ द्वारा किया गया।






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