किशनगंज /शिव नारायण प्रसाद
दिघलबैंक प्रखंड के सीमावर्ती इलाकों में जंगली हाथी के खौफ से ग्रामीण पूरी रात दहशत में गुजार रहे है। प्रखंड के डोरिया, बिहारीटोला, धनतोला,ब्रहमटोला, मोहामारी,पिपला आदि गांवों में पिछले एक महीने से दर्जन भर जंगली हाथियों का झुंड पहुंचकर गांव के कई एकड़ में लगे मकई फसलों को रौदकर खा जा रहे है। जंगली हाथी दिन के उजालों में घने मकई की फसलों में छुपे रहते हैं और शाम होते ही ये खेतों में पहुंचकर फसल को बर्बाद कर दे रहे है।
इसमें कई एकड़ में लगे मकई, गरमा धान, आदि फसलों को हाथी नुकसान पहुंचा रहे है। हाथी के आतंक के कारण ग्रामीण रात में बाहर नहीं निकल पा रहे है। स्थानीय निवासी ,सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, बसंत गणेश, कुवंर कुमार गणेश सहित कई लोगों की खेतों में लगे मकई फसलों को बर्बाद कर दिया है। लोगों का कहना है कि फसलों की बर्बादी से छोटे किसानों की स्थिति काफी दयनीय हो रही है. किसी तरह किसान कर्ज लेकर खेती किये हैं.जिसे हाथियों द्वारा बर्बाद कर दिया जा रहा है। वन विभाग व स्थानिय प्रशासन मुख दर्शक बना बैठा है, हाथियों को भगाने में उदासीन बना हुआ है।





























