किशनगंज /संवादाता
- चिकित्सकों ने मजदूरों को मास्क व शारीरिक दूरी के पालन करने की दी नसीहत
- गंदे मास्क के प्रयोग से बचने का दिया संदेश, कहा- नियमों का उल्लंघन न करें
- किशनगंज जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही है। इससे प्रशासन व स्वास्थ्य समिति के अधिकारी व कर्मियों ने राहत की सांस ली है। वहीं, आम लोग भी चैन से अपने दैनिक कार्यों व दायित्वों के निष्पादन में जुट गए हैं। स्वास्थ्य समिति के अनुसार जिले में फिलहाल कोरोना संक्रमण का प्रसार कम हुआ है,पर अभी भी इसका खतरा बरकरार है। इससे बचाव को चिकित्सकों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के द्वारा बनाए गए सामान्य नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा है। स्वास्थ्य समिति के अनुसार जब तक कोरोना की दवा नहीं आ जाती, तब तक किसी प्रकार की ढिलाई नहीं करनी चाहिए। चिकित्सकों ने सर्दियों के मौसम में लोगों को मास्क के नियमित प्रयोग करने की सलाह दी है।
धूल व मिट्टी से चाय बगान मजदूरों के मास्क हो जाते हैं गंदे :
चाय बगान में अधिकांश मजदूर महिलाएं होती हैं। जिन्हें चाय की पत्ती तोड़ने के लिए काम पर रखा जाता है। चाय बगान में काम करने वाली मजदूर रेणु देवी ने बताया चाय बगान में अनलॉक के बाद फिर से चाय निर्माण का कार्य शुरू हुआ है । अब चाय बगान में कोविड के गाइडलाइन्स का पालन भी कराना शुरू किया गया है। बताया कि नियमों के पालन करने के दौरान मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गाइडलाइन्स के अनुसार समय-समय पर हाथ धोना है जो मजदूरों के लिए मुमकिन नहीं है। वहीं, बगान में धूल-मिट्टी उड़ने से मास्क भी जल्दी गंदे हो जाते हैं। जिससे उनके बीमार होने की संभावना रहती है।

नियमों का पालन करना बेहद जरूरी :
सिविल सर्जन डॉ.श्री नंदन ने बताया कोविड-19 के स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल का पालन सभी को करना है। चाय बगान के मजदूरों ने जो समस्याएं बताई है वे सही हैं। मजदूरों को पूरे दिन मिट्टी व धूल में काम करना होता है। लेकिन वे जब खाना खाने, आराम करने के लिए समय निकालते हैं, तो उन्हें साबुन से अच्छे से हाथ धोना चाहिए। वहीं गंदे मास्क की समस्या को दूर किया जा सकता है। धूल के कारण गंदे हुए मास्क से मजदूरों को सांस की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए वे मास्क के साथ फेसमास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ हीं उन्हें एक से अधिक मास्क रखना होगा। ताकि, गंदे होने पर उसे बदला जा सके। साथ ही, मजदूरों को दो गज की शारीरिक दूरी का पालन भी करना सुनिश्चित करना होगा। कोविड-19 का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। तापमान में भी लगातार गिरावट हो रही और त्यौहार का मौसम भी शुरू है। ऐसे में विशेष रूप से सतर्क और सावधान रहना ही कोविड-19 से बचाव का सबसे आसान और बेहतर उपाय है। इसके लिए हमें नियमित रूप से मास्क का उपयोग करना होगा। दो गज की शारीरिक – दूरी बनाए रखनी होगी। इसके लिए लोगों को जागरूक भी करना होगा। ताकि खुद के साथ – साथ पूरा समाज भी संक्रमण के दायरे से दूर रहे।
मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से करें उपयोग :-
सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने कहा कि इससे बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से उपयोग जरूरी है। वैक्सीन आने तक यही सबसे आसान और बेहतर उपाय है। इसके अलावे शारीरिक – दूरी समेत अन्य आवश्यक गाइडलाइन का भी पालन करना बेहद जरूरी है।
लक्षण दिखते ही तत्काल स्वास्थ्य संस्थान में जाँच कराएं –
अगर कोविड-19 संक्रमण से दूर रहना है और दूसरों को भी दूर रखना है तो लक्षण दिखते ही तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य संस्थान में जाँच करानी चाहिए। ताकि जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकें और दूसरों को भी संक्रमण के खतरे से बचा सकें। दरअसल, शुरुआती दौर में जाँच कराने से बीमारी का तत्काल ही पता चल जाता है। जिससे लोगों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता और परिवार के लोगों को भी संक्रमण की संभावना नहीं के बराबर रहती है।
चाय बगान के मजदूरों को इन नियमों का करना होगा पालन :
- बिना मास्क के काम न करें
- गंदे होने पर मास्क को तत्काल बदलें
- व्यक्तिगत स्वच्छता व शारीरिक दूरी (दो गज की दूरी) का सख्ती से पालन करें
— बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। - खाने से पहले और काम खत्म करने के बाद साबुन से अच्छे से हाथ धोएं
- जब तक जरूरी न हो, बाहरी लोगों के संपर्क में न आयें
- सर्दी के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ताजा व गर्म भोजन करें
- छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें ।






























