संवाददाता :विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में गुरुवार को बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत बाल विवाह के दुष्प्रभावों और इसके सामाजिक व कानूनी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा के साथ हुई।
अंचलाधिकारी शशि कुमार ने स्वयं सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को शपथ दिलाई और उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। शपथ ग्रहण के दौरान यह रेखांकित किया गया कि बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक कुरीति है, जो न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और समुचित विकास में सबसे बड़ी बाधा भी है।
बाल विवाह के कारण बालिकाओं के सपने अधूरे रह जाते हैं, उनका आत्मविश्वास कमजोर होता है और जीवन की संभावनाएँ सीमित हो जाती हैं। इसी कारण सरकार और प्रशासन इसे रोकने के लिए लगातार प्रयासरत है।
अंचलाधिकारी शशि कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “बाल विवाह न सिर्फ एक अपराध है, बल्कि यह बालिकाओं के भविष्य पर एक गहरा प्रहार है। जब तक समाज जागरूक नहीं होगा और सामूहिक संकल्प नहीं लेगा, तब तक बाल विवाह को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता। प्रशासन अपनी ओर से हर स्तर पर सख्त कार्रवाई करता रहेगा, लेकिन इस लड़ाई में जनता की सहभागिता सबसे महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान, स्कूलों में विशेष कार्यक्रम और समुदाय आधारित बैठकों के माध्यम से लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है।कार्यक्रम के अंत में अंचलाधिकारी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब अधिकारी, कर्मचारी और समाज एक साथ आएंगे, तभी सुरक्षित, शिक्षित और सक्षम बालिकाओं वाला भारत संभव होगा।




























