सीएम नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के काम की जमकर की तारीफ
रिपोर्ट : प्रतिनिधि
एनडीए की सरकार बनाने से पहले आज दिल्ली में एनडीए के घटक दलों की बैठक हुई। बैठक में सभी दलों के नेता मौजूद रहे और नेताओं ने बैठक को संबोधित किया। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। नीतीश कुमार ने एनडीए के घटक दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने का समर्थन किया। इसके साथ ही उन्होंने नरेंद्र मोदी का हर मुद्दे पर समर्थन करने का ऐलान किया।
नीतीश कुमार ने विपक्ष को लेकर कहा कि जो भी लोग इधर-उधर की बात कर रहे हैं, अगली बार ये सब हार जाएंगे । सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ‘हमारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी जी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है। उन्होंने कहा की आज ये बहुत ही खुशी की बात है कि 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं और फिर प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं।
इन्होंने पूरे देश की सेवा की और पूरा भरोसा है कि जो कुछ बचा है वो अगले 10 साल में पूरा कर देंगे।वही
विपक्ष पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि ‘हम लोगों को तो लगता है कि अगली बार जब आप आइएगा तो, इस बार तो लोग इधर-उधर से जीत गए हैं, लेकिन अगली बार सब हारेंगे। हमें पूरा भरोसा है। ये सब बिना मतलब की बात बोल-बोलकर क्या किए हैं।
उन्होंने कहा की ये लोग कोई काम किए हैं? उन लोगों ने कोई काम नहीं किया है, देश की कोई सेवा नहीं की। लेकिन आप ने जिस तरह से काम किया किया है और फिर से जो मौका मिला है तो इस मौके के बाद आगे उन लोगों के लिए कोई गुंजाइश नहीं बचेगी, उनके लिए सब खत्म हो जाएगा। वही बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर्थन देने पर सभी दलों का आभार जताया ।
नरेंद्र मोदी ने कहा की 4 जून के पहले जो इंडी गठबंधन EVM को लगातार गाली दे रहे थे, मुझे लगता था कि इस बार ये लोग EVM का अर्थी जुलूस निकालेंगे।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लेकिन 4 जून की शाम आते-आते उनको ताले लग गए… EVM ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है।उन्होंने कहा की एनडीए गठबंधन जितना सफल हुआ है उतना सफल अन्य कोई गठबंधन नहीं हुआ ।उन्होंने विपक्ष पर भी जमकर चुटकी ली और कहा की दो दिनों तक विपक्ष ने ऐसा शोर मचाया की हम हार चुके है ।वही उन्होंने कहा की यह कार्यकाल बड़े फैसले का है और हम पांच नंबर की अर्थ व्यवस्था से तीसरे नंबर की अर्थ व्यवस्था पर पहुचेंगे ।