किशनगंज/गलगलिया/चंदन मंडल
गलगलिया :सरकार हर घर पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता के आधार पर अभियान चला रही है। सौ फीसदी गांव में पेयजल सुविधा मुहैया कराने का दावा भी कर रही है। परंतु सच तो यह है कि अभी भी कई गांवों में पेयजल टंकी तो पहुंची है , लेकिन सिर्फ शोभा की वस्तु बन के रह गई है। जो गलगलिया से सटे बंगाल के खोरीबाड़ी प्रखंड के थानजोड़ा टी स्टेट चुर्च मुचुरजोत गांव में से एक है।

यहां सरकार के द्वारा लगाए गए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लाखों खर्च कर पानी की टंकी तो बनाई गई है। लेकिन विगत 8 वर्षों से स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जलमीनार सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। 2011 में लाखों खर्च कर पानी की टंकी बनाई गई थी। करीब तीन महीने तक ही स्वच्छ शुद्ध जल का लाभ मिल सका।
इसके बाद फिर बंद हो गया। करीब आठ वर्षों से पंचायत के लोगो को अब तक जलमीनार से शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पाया है। शुद्ध पेयजल के लालायित लोग वर्षो पूर्व पंचायत क्षेत्र में जलमीनार के बनने के बाद उत्साहित थे। लेकिन विभागीय उदानता ने लोगों तक पानी तो पहुंचाया फिर उनकी आशाओं पर पानी जरूर फेर दिया।
जलमीनार महज शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है। इस गांव के लोग जब दूसरों स्थानों पर पेयजल की सुविधा देखते हैं तो सरकार के साथ साथ अपनी किस्मत को भी कोसते हैं। पेयजल के अभाव में यहां के लोग आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर हो गए हैं। इस संबंध में जब इस गांव के लोगों से बातचीत की गई तो पीएचईडी विभाग के प्रति इनकी नाराजगी साफ – साफ दिखाई पड़ी ।
थानजोड़ा टी स्टेट चर्च मुचुरजोत निवासी नवनीत झा , उमेश पासवान ,दुर्गानंद ठाकुर , बिफुल उराव , सुनील उराव दिलीप सिंह , अनूप टॉप्पो आदि लोगों ने बताया कि विगत आठ वर्ष की अवधि में इस गांव के कई लोग पेयजल की आस में स्वर्ग सिधार गए हैं ।
लोगों ने कहा पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी तो यहां बना दी गई है लेकिन सिर्फ शोभा की वस्तु बनके रह गई है। आगे लोगों ने कहा सरकार को इस सिस्टम को ठीक करना होगा । अगर फिर से पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई तो हमलोग जोरदार प्रदर्शन करेंगे। इस गांव के लोगों ने जल्द से जल्द पेयजल की सुविधा के लिए मांग की है।