पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए आज भारी हिंसा के बीच मतदान जारी है । मालूम हो कि चुनावी हिंसा में राज्य के अलग-अलग जिलों में अभी तक 12 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है ।वही अलग अलग पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ साथ मतदान कर्मी घायल हैं ।मृतकों में टीएमसी,बीजेपी,कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हैं।मतदान के दौरान कई जिलों में अर्धसैनिक बलों और उपद्रवियों के बीच झड़प हुई है ।
बता दे की राज्य की 63,228 ग्राम पंचायत सीटों पर साठ हजार से अधिक केंद्रीय जवान तैनात है। कई जगहों पर आगजनी, हिंसा, गोलाबारी और बमबारी की कई तस्वीरें और वीडियोज सामने आए हैं । कूचबिहार में मतदान केंद्र में मतपेटी को छीनकर आग लगा दिया गया।यहां बीजेपी पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की हत्या कर दी गई ।
वही मुर्शिदाबाद और मालदा में टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है जबकि शमशेरगंज में सीपीआईएम कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है । दूसरी तरफ उत्तर दिनाजपुर के चाकुलिया में टीएमसी उम्मीदवार के हत्या कर दी गई।हत्या का आरोप कांग्रेस कार्यकर्ताओ पर लगा है।रायगंज में भी जमकर बवाल हुआ है ।हुगली में निर्दलीय उम्मीदवार के बेटी को गोली मार दी गई जिसके बाद मतदान केंद्र पर जमकर बवाल हुआ है।
वही हिंसा के बीच राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने उत्तर 24 परगना के कई पोलिंग बूथ का जायजा लिया ।उनके काफिले को रोकर लोगो ने हिंसा की जानकारी दी उन्होंने लोगो से शांति बनाए रखने की अपील की ।भाजपा नेता शुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी और पुलिस की मिलीभगत से हिंसा का आरोप लगाया है ।उन्होंने कहा की यह चुनाव नही है मौत का खेल है। देर शाम तक और लोगो के मौत की आशंका जताई जा रही है ।चुनावी हिंसा ने बंगाल सरकार की पूरी पोल को खोल कर रख दिया है।चुनावी हिंसा को लेकर बुद्धिजीवी वर्ग तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।






























