छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत
छातापुर थानान्तर्गत राजेश्वरी ओपीक्षेत्र स्थित ग्वालपाडा पंचायत के बौचहा चौक के समीप रिफ्यूजी कलोनी से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां मंगलवार की सुबह एक कलयूगी पुत्र ने घन संपत्ति की चाहत में अपने वृद्ध पिता के गर्दन पर दबिया से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। यह दुखद सुवह करीब साढे सात बजे हुई। इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई और घटना स्थल पर सैकड़ो लोग जमा हो गये। वही सभी इस दुखद व हृदय विदारक घटना को लेकर सभी मर्माहत थे और ऐसे वारदात को अंजाम देने वालें कलयुगी पुत्र को कोस रहे थे। यहां बता दे की मृतक 68 वर्षिय वशिष्ठ मेहता थे।
जिन्हे उनके मझिले कलयुगी पुत्र अजय मेहता ने बीच सड़क पर घेरकर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारा पुत्र अजय मौके से भागकर पंचायत के मुखिया मंजु देवी के घर पहूंच गया। जहां अजय ने मुखिया प्रतिनिधि प्रकाश साह को पिता की हत्या कर देने की जानकारी दी। जिसके बाद श्री साह ने अजय को अपने कब्जे में रखकर राजेश्वरी ओपी पुलिस को मामले से अवगत कराया।

सूचना के दो घंटे बाद पुलिस बल मुखिया के घर पहूंचा और हत्यारोपी को कब्जे में लेकर ओपी ले गई। राजेश्वरी ओपी के एएसआई रतन पासवान व एस एन माझी दलबल के साथ घटना स्थल पर पहूंचे। सूचना के दो घंटे बाद घटना स्थल पर पुलिस के पहूंचने तथा पुलिस के कोई वरिय अधिकारी के नहीं आने से लोग आक्रोशित दिख रहे थे। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद अधिकारियों की कौन कहे छातापुर थानाध्यक्ष या ओपी प्रभारी ने भी घटना स्थल पर आना मुनासिब नहीं समझा, बहरहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भेज दिया है।
इधर, आम चर्चा है की धन की चाहत में अजय पर था खुन सवार, दूध लेकर दोपहिया वाहन से लौट रहे पिता को मार गिराया ।
वृद्ध पत्नी रोटी बनाकर कर रही थी पति का इंतजार ….
घटना के बाद स्थल पर विलाप करती पत्नी रमझरिया देवी बार बार बेसुध हो रही थी। उसने कहा कि घन की लालच में खुनी बेटे ने मेरे मालिक को मार दिया। जिस तरह उसने मेरे मालिक को मारा उसी तरह उसको भी मार दो, विलखती रमझरिया देवी बार बार यही रट लगा रही थी। कहा कि मालिक हर रोज की भांति मंगलवार सुवह भी दूध लाने गये थे और वह रोटी बना रही थी। मालिक ने दूध लेकर आने के बाद खाने की बात कही थी। लेकिन दूध लेकर मालिक वापस घर नहीं पहूंच पाये। पोती ने आकर बताया कि दादा खुन से लथपथ सडक पर गिरे हुए हैं। बताया कि उन्हे तीन पुत्र है और तीनों अलग अलग रहता है। वह मालिक के साथ अलग रहकर जीवन गुजार रही थी। अब वह किसके सहारे जियेगी कहते ही फफक कर रोने लगी। यह भी बताया कि घन व जमीन जायदाद के लिए अजय अपने पिता से झगडते रहता था ।
हत्यारा अजय का परिवार ईसाई धर्म को मानता है, हिंदू धर्म में नहीं है उसकी कोई आस्था…
मृतक के छोटे पुत्र दूधनाथ मेहता की पत्नी संगीता देवी सहित कई लोगों की मानें तो अजय व उसका परिवार ईसाई धर्म को मानता है, हिंदू धर्म में उसकी कोई आस्था नहीं बची है, रिफ्यूजी कौलिनी में वर्मा के शरणार्थी दशकों से रह रहे हैं, जिसमें अधिकांश परिवार ईसाई धर्म को मानता है, अजय की पत्नी व उसके चारों संतान भी ईसाई धर्म को ही मानता है, बताया कि मृतक श्री मेहता समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति थे और सबों के प्रति उनका सरल व्यवहार रहता था।