किशनगंज /प्रतिनिधि
जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से फोन से बात कर किशनगंज जिले के 109 पैक्सों को जिला प्रशासन द्वारा उसना मिल से टैगिंग करने के फ़ैसले के कारण पैक्सों को होने वाली समस्याओं से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पूरी बातों को सुनने के उपरांत मुख्य मंत्री कार्यालय में सचिव सीनियर आईएएस अधिकारी अनुपम कुमार को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। तदोपरांत पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने संबंधित आवेदन मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव को उपलब्ध कराया है। किशनगंज जिला अन्तर्गत 133 पैक्सों और व्यापार मंडलों में से 109 को उसना मिल से टैगिंग करने का निर्देश जिला समाहरणालय के ज्ञापांक 255, दिनांक 29-04-2023 के द्वारा दिया गया है।
किशनगंज जिले में वर्तमान में 22 अरवा राईस मिल और मात्र 03 उसना राईस मिल है।शेष बचे दो माह में ये तीन राईस मिल शेष बचे धान का सीएमआर नहीं जमा कर पाएंगे।ऐसे में पैक्सों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। क्योंकि पैक्सों द्वारा बैंक से कर्ज लेकर धान अधिप्राप्ति किया गया है।समय पर सीएमआर नहीं जमा होने पर पैक्सों पर बैंक का कर्जा बढ़ रहा है।साथ ही तीनों उसना मिल 65-70 किलोमीटर दूरी पर अवस्थित है जिस कारण पैक्सों अधिक किराया भी भरना पड़ेगा
इसके इलावा पिछ्ले दिनों मौसम विभाग द्वारा आंधी एवं तूफान आने की चेतावनी के उपरांत वैसे पैक्स जिनके पास गोदाम नहीं है ने अपने धान को टैगिंग मिल में आंधी तूफान से बचाव हेतु जमा करवा दिया है। ऐसे में सरकार का जो लक्ष्य है कि 60 प्रतिशत धान का अरवा एवं 40 प्रतिशत धान का उसना सीएमआर जमा करना वो संभव नहीं लगता है। अगर ऐसा होता है तो पैक्सों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ेगा। अररिया जिला पदाधिकारी द्वारा विभाग को उसना चावल का सीएमआर 25 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत कराने का प्रस्ताव भेजा गया है।इसी संदर्भ में पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने किशनगंज जिले का उसना चावल का सीएमआर 40 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत कराने का आग्रह मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से किया गया है।ताकि पैक्सों को आर्थिक संकट से न गुजरना पड़े।