टेढ़ागाछ (किशनगंज) विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में बिहार दिवस के शुभ अवसर पर हाईस्कूल व मध्य विद्यालयों छात्रों, एवं शिक्षकों के तरफ से प्रभातफेरी निकाली गई। एवं प्राथमिक विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय झाला चरघरिया के प्रधानाध्यापक श्याम सुंदर जी व अख्तर खान ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि आज बिहार दिवस है। 1912 में 22 मार्च यानी आज के हीं दिन बिहार को बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग कर पृथक राज्य बनाया गया था। जहां भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका और संथाली संस्कृतियों की अनेकता में एकता की बेहतरीन मिसाल भूमि रही हैं।
बिहार दान वीर कर्ण के अंग सम्राज्य, प्रतापी जरासंध, चन्द्रगुप्त मौर्य, अशोक महान और प्रतापी गुप्त वंश के मगध साम्राज्य का भी साक्षी रहा है। मध्य काल में शाह कमालुद्दीन,हज़रत मखदूम शैयद शाह, अलाउद्दीन बुखारी आदि जैसे सुफी संतों की कर्मभूमि रही है। बिहार में नालंदा का प्राचीन विश्वविद्यालय, बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया का बोधिवृक्ष, फल्गु नदी के तट पर पितरों की मोक्ष- स्थली, नालंदा का प्राचीन मंदिर और प्राचीन अवशेष प्रयटन के केंद्र हैं।इस तरह के महान लोगों से हमारा बिहार विश्व में प्रसिद्ध है। इसलिए हम सभी को मिलकर बिहार को और आगे बढ़ाना है।





























