अररिया :धूमधाम से मनाया गया श्री श्री ठाकुरजी का 135वां जन्म महोत्सव,निकली विशाल शोभायात्रा….वन्देपुरुषोत्तमम ध्वनि से गुंजा फारबिसगंज

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

अररिया /बिपुल विश्वास

परम प्रेममय श्रीश्रीठाकुर के ITI नजदीक स्थित मंदिर सह सत्संग केंद्र फारबिसगंज में परमप्रेममय श्रीश्रीठाकुरजी का शुभ 135 वां जन्ममहोत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह वेद मांगलिकी एवं सामूहिक प्रार्थना से हुई उसके बाद विभिन्न धर्म ग्रंथो के पाठ किया गया। सुबह 9 बज़े मंदिर प्रांगण से नगर भ्रमण हेतु शोभा यात्रा निकाली गई।जिसमे हज़ारों की संख्या मे भक्त गण नाचते गाते, वन्दे पुरुषोत्तम ध्वनि देते हुए आगे बढ़ रहे थे। शोभायात्रा मे संथाली नृत्य सबों के आकर्षण के केन्द्र थे।

शोभायात्रा मे मुख्य पार्षद वीणा देवी के अलावे कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। शोभायात्रा के आपस लौटने के बाद उत्सव पंडाल मे संगीतानुष्ठान का आयोजन किया गया जिसमे जलपाईगुरी से आगत प्रसिद्ध गायिका श्रीमति देवी प्रधान द्वारा एक से एक भजन प्रस्तुत किए गए जिसे सुन श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए। देवी माँ द्वारा गाए गए कीर्तन… आया आया रे सत्दर्श मस्त भुवन मे… जय राधे राधे कीर्तन गाके संसार सारा झुमेला….. ने पुरे परिवेश को भक्तिमय बना दिया।उपस्थित सभी इस कीर्तन मे नाचते गाते अपने प्रभु का गुणगान करते नज़र आये।

उसके बाद पूर्णिया से आगत श्रीमति तापसी दास की परिचालना मे मातृ सम्मलेन का आयोजन किया गया। जिसमे फारबिसगंज, अररिया, रानीगंज की माताओं नें भाग लिया। जिसमे नारी शक्ति के उत्थान पर चर्चा की गई। तापसी माँ नें बताया की आदर्श एवं स्वस्थ समाज के गठन के लिए मातृ जगत को आगे आना होगा, माताओं को श्रीश्रीबड़मा के जीवनचरित्र को अपनाना होगा।


उसके बाद सहरसा के आगत डॉ प्रताप नारायण सिंह की अध्यक्षता मे धर्मसभा का आयोजन किया गया। जिसमें दरभंगा के श्री तारकेश्वर प्रसाद, पूर्णिया के श्री तरुण कुमार दे, श्री तपन दास, सिलीगुड़ी के श्री जयदेव धर आदि वक्ताओं नें श्रीश्रीठाकुरजी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया। डॉ प्रताप नारायण सिंह नें ठाकुर जी की बाल्य लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि ठाकुरजी इस कलयुग मे लोगों का दुख दुर कर उन्हें प्रेम का सन्देश देने अवतार ग्रहण किये हैं..श्री जयदेव दा ने बताया की जो खुद के आचरण द्वारा सबों को सतपथ पर चलने का मार्ग दिखाते हैं वही सद्गुरु होते हैं इसलिए हमें हमेशा सत्य के पथ पर चलना चाहिए और हमें देख कर हजारों हजार लोग सत्य के पथ पर चलेंगे , उन्होंने बताया कि कर्म ही धर्म है, और धर्म एक है ओर उसका कोई प्रकार नहीं ।


संध्या 5:10 मे सामूहिक प्रार्थना हुआ जिसमें हज़ारों भक्त गण उपस्थित थे। दोपहर से उपस्थित हज़ारों लोगों ने महाभोग खिचड़ी एवं चटनी का प्रसाद ग्रहण किया।कार्यक्रम को लेकर पूरे मंदिर परिसर को फूल मालाओं एवं आलोक मालाओं से सजाया गया था। उत्सव को सफल करने मे समीर कुमार दे,विजयकांत झा भानु सिंह, हीरा लाल दास, शिवदेव झा,वीरेंद्र मंडल ,राजाराम राय,हरेंद्र सिन्हा,राजेंद्र मंडल,कपिल केसरी, पुनीत अग्रवाल,अजय कुमार सिंह, शिव कुमार अग्रवाल,डॉ रोहित रंजन,,रविन्द्र शर्मा, विकाश कुमार , प्रकाश सिंह ,विजय भगत,ओमप्रकाश साह, बैद्यनाथ राय,राजा भगत,अचीतानंद भगत, पिंटू साह रणजीत कुमार,संतोष बर्मन,पूजा देवी ,स्वस्ति सुन्दरी दे,पुनम देबी,कल्पना देबी, सोनी देबी,रीता सिंह ,अनीता देवी, सरिता देवी गौरी सिन्हा सहित कई सत्संगियों नें सक्रिय भूमिका निभाई।

अररिया :धूमधाम से मनाया गया श्री श्री ठाकुरजी का 135वां जन्म महोत्सव,निकली विशाल शोभायात्रा….वन्देपुरुषोत्तमम ध्वनि से गुंजा फारबिसगंज