किशनगंज /प्रतिनिधि
वरिष्ठ प्रज्ञा पुत्र श्यामानंद झा सेवानिवृत प्रधानाध्यापक राष्ट्रपति पुरस्कार पदक से सम्मानित के जन्म जयंती के अवसर पर भारतीय सार्वभौमिक संस्कृति के आधार पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रशाखा मोहरमारी किशनगंज महाकाल मंदिर के प्रांगण में दीप महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव का आयोजन किया गया साथ ही विभिन्न प्रकार के संस्कार के साथ पुंसवन संस्कार बड़े पैमाने पर संपन्न कराए गए। पाश्चात्य- संस्कृति के अंधानुकरण पर गहराई से प्रकाश डालते हुए श्रीश्यामानन्द झा ने कहा हमारी संस्कृति तथ्यों, पर आधारित वैज्ञानिक, आध्यात्मिक एवं नैतिक उत्थान की दिशा में कार्य करता है ।इसलिए इसके महत्व को पूरा विश्व मान रहा है । दीप यज्ञ के माध्यम से संस्कारों पर प्रकाश डालते हुए श्री झा ने कहा- एक सुंदर पात्र में भाव रूपी तेल डालकर प्रज्वलित करने का हमारा उद्देश्य है ,कि हमारे अंदर पात्रता ,प्रमाणिकता एवं प्रखरता हो जो सतत जल- जल कर ज्ञान रूपी प्रकाश फैलाता रहे।
इस प्रकार 16 संस्कारों पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा समस्त शक्तियों का मूल आधार श्रद्धा है
साधक की साधना हो ,भक्तों की भक्ति हो ,अवतार की अवतारना हो, संत का समर्पण हो, भगवान की भगवता हो,श्रद्धा के आधार पर ही संभव है। शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त छात्रा रेनू कुमारी को सामान्य ज्ञान की पुस्तक एवं मंत्र पट्टा देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की सफलता में जिले से अन्य प्रखंडों के परिजन भी उपस्थित रहे ।मूल रूपेण कार्यक्रम की सफल में कमलेश कुमार अधिवक्ता ,राकेश कुमार ,हेमंत कुमार चौधरी, भानु कुमार ,बिना देवी ,विजय कुमार सिंह , सिप्टी कुमार सिंह ,परशुराम सिंह, चांदनी कुमारी ,कविता कुमारी, पिंकी कुमारी ,आरती कुमारी एवं समस्त ग्रामीण उपस्थित रहे।
