स्टेट ब्यूरो, पटना
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद ललन सिंह द्वारा “दारू न मिलने के कारण मीडिया नीतीश के खिलाफ है ” के बयान को जर्नलिस्ट मीडिया काउंसिल ने काफी गंभीरता से लिया है। जर्नलिस्ट मीडिया काउंसिल
संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण गोविन्द ने सांसद ललन सिंह से मीडिया से माफी मांगकर मामले का पटाक्षेप करने की अपील की है।
जो होगा देखा जाएगा, स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं
श्री गोविन्द जो कि वर्किंग जर्नलिस्ट मीडिया काउंसिल, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पता नहीं ललन बाबू के जैसे नेता ने आखिर ऐसा बयान क्यों दिया। वे किसी एक व्यक्ति पर बयान दे सकते थे, वह कुछ का भी प्रयोग कर सकते थे। उन्होंने कहा कि कोई नेता चोर है तो हम सभी को चोर नहीं कह सकते। बोले, बयान सुनकर हतप्रभ हूं।
पत्रकारों के अपमान को जेएमसी बर्दाश्त नहीं करेगा।
श्री गोविन्द ने कहा किअगर आप गलत नहीं हो तो किसी से डरने की, दबने की, झुकने की और किसी के सामने चुप रहने की जरुरत नहीं है। अपने बेबाक बयान को लेकर चर्चित श्री गोविन्द ने कहा किइस संसार में कुछ टूटे या ना टूटे लेकिन सबका घमंड एक ना एक दिन अवश्य टूटता है। सबसे बेहतरीन नजर वह होती है, जो स्वयं की गलतियों को देख सके।
बोले, सच यही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दृढ़ निश्चय व तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद राज्य में शराबबंदी विफल होती दिख रही है। जहां शराब पकड़ी जा रही है, वहीं बनाई भी जा रही है, लोगों की जान जा रही है सो अलग। हालांकि यह जांच का एक विषय है। कहा कि भले ही सत्ता में बैठे लोगों के साथ ही अधिकारी वर्ग उत्साहित हैं कि अब शराब नहीं बिक रही है। लेकिन सरजमीं पर ऐसा है नहीं। छलकते जाम और लड़खड़ाती जुबान के बीच आज भी यहां के पियक्कड़ टाटा-बिरला को खरीदने की बात करते हैं। आज की तारीख में भी महफिल जम रही है। हां, अब पहले वाली बात नहीं है।
टल्ली होने के बाद शराबी सड़कों पर हुड़दंग नहीं मचाते। बोले, शराब सिंडिंकेट में भी पूरी तरह से सफेदपोश हावी हैं। अवैध कमाई में सभी की हिस्सेदारी तय है। ललन बाबू सत्ता में हैं उन्हें इसकी जांच करवानी चाहिए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। श्री गोविन्द ने आगे कहा कि प्लीज, ललन बाबू इस तरह का बयान मत दीजिए। पहले स्थिति का अवलोकन तो कर लीजिए।
बोले, ललन बाबू का बयान निंदनीय के साथ ही चिंतनीय है। यह स्पष्ट रूप से स्वतंत्र रिपोर्टिंग को रोकने और दबाने का एक प्रयास है। उन्हें यह समझना होगा कि यह बिहार है। हम प्यार करते हैं तो तहे दिल से और गलत का विरोध भी खुलकर करते हैं। उन्होंने पत्रकारों से गलत का खुलकर विरोध करने की अपील करते हुए कहा है कि इतिहास टकराने वालों का लिखा जाता है, तलवे चाटने वालों का नहीं। बोले, जो होगा देखा जाएगा, स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं।