खोरीबाड़ी /चंदन मंडल
पशु संसाधन विभाग की ओर से तीन स्वयं सहायता समूहों को आवंटित 63 बकरियों के गबन का आरोप खोरीबाड़ी पानीसाली दिशारी संघ पर लगा है । इसी क्रम में गुरुवार को उचित जांच और सजा की मांग को लेकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने खोरीबाड़ी बीडीओ कार्यालय पर धरना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। बाद में बीडीओ के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने धरना हटाया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के आर्थिक कल्याण के लिए पशु संसाधन विकास विभाग की पहल पर बकरियों का नि:शुल्क वितरण किया जाता है। 20 जनवरी को खोरीबाड़ी पनिशाली ग्राम पंचायत क्षेत्र में तीन स्वयं सहायता समूहों को 21 बकरियों को मुफ्त में दान करने के लिए चुना गया था।

पशु संसाधन विभाग ने 20 जनवरी को तीन स्वयं सहायता समूहों को खोरीबाड़ी पानीसाली दिशारी संघ के माध्यम से कुल 63 बकरियां दी गयी थी। कथित तौर पर संघ की ओर से किसी भी स्वयं सहायता समूह को बकरी नहीं दी गई। लेकिन मामले की जानकारी होने के बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बकरियों की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया। खोरीबाड़ी पानीसाली दिशारी संघ के सदस्यों ने अपनी गलती स्वीकार की और बकरियों को वापस करने का आश्वासन दिया।
धरना प्रदर्शन कर रहे महिलाओं का आरोप है कि खोरीबाड़ी पानीसाली दिशारी संघ के सदस्यों ने स्वयं सहायता समूह द्वारा आवंटित 63 बकरियों को बेचकर दो लाख रुपये का गबन किया। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों के खिलाफ तत्काल सजा की मांग की। इसकी सूचना मिलते ही खोरीबाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में प्रदर्शनकारियों ने खोरीबाड़ी बीडीओ के आश्वासन पर मोर्चा संभाला। इस संबंध में खोरीबाड़ी बीडीओ निरंजन बर्मन ने कहा कि इस घटना की जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।
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