उड़ता बिहार ? नशा रुपी चिड़िया पंजाब से उड़ती हुई अब बिहार में बना चुकी है अपना घोंसला 

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रिपोर्ट /राजेश दुबे 

बिहार की युवा पीढ़ी ड्रग्स जैसे मादक पदार्थों की चपेट में अा रही हैं ।राज्य के अलग अलग हिस्सों में हाल के दिनों में ड्रग्स का प्रचलन तेजी से बढ़ा है । युवा पीढ़ी सब कुछ भूल कर  गांजा, हेरोइन, ब्राउन शुगर के धुएं की गुबार उड़ाती हुई देखी जा सकती हैं ।सूखे नशे के लिए बदनाम पंजाब से उड़ती हुई नशे की चिड़िया बिहार के अलग-अलग जिलों में अपना घोंसला बना चुकी है ।15 साल से 25 साल तक के युवकों को नशे के कारोबारी अपने जाल में फंसाकर उनका जीवन बर्बाद करने पर तुले हुए हैं ।राज्य का शायद ही ऐसा कोई जिला होगा जहा ड्रग्स उपलब्ध ना हो ? 

बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद बड़े पैमाने पर युवा पीढ़ी को इस जानलेवा सूखे नशे की लत लगी है ।रविवार को एक न्यूज़ चैनल द्वारा बिहार में चल रहे ड्रग्स के कारोबार को लेकर खुलासा किया गया । समाचार चैनल के मुताबिक राजधानी पटना के गली मुहल्ले में आसानी से हेरोइन,गांजा सहित अन्य मादक पदार्थ उपलब्ध है ।लेकिन यह पटना तक ही सीमित नहीं है ।गौरतलब है कि बिहार में 2016 से शराब बंदी कानून लागू है ।जिसके बाद युवा पीढ़ी शराब से मुंह मोड़ कर अब ड्रग्स, हीरोइन, गांजा, ब्राउन शुगर जैसे मादक पदार्थों की सेवन की तरफ रुख कर चुकी हैं । 






पुलिस द्वारा मादक पदार्थों के तस्करों पर कार्रवाई भी की जाती है ।लेकिन कार्रवाई इतने छोटे पैमाने पर होती है इसका असर तस्करो और मादक पदार्थों का सेवन करने वाले युवकों पर नहीं पड़ता । समाचार चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया कि किस तरह पटना के गली गली में ड्रग्स का कारोबार चल रहा है । पटना में तीन सौ से 500 रुपए में ड्रग्स की पुड़िया आसानी से उपलब्ध है ।

लेकिन सिर्फ पटना ही नहीं बल्कि बिहार के तमाम जिलों में आज ड्रग्स का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है ।बिहार के सीमावर्ती किशनगंज,पूर्णिया, अररिया सहित तमाम जिलों में ड्रग्स तस्कर सक्रिय है ।खबरों के मुताबिक बंगाल के रास्ते बड़े पैमाने पर ड्रग्स को बिहार के अलग अलग जिलों में पहुंचाया जाता है।सीमावर्ती इलाकों में ड्रग्स का सेवन करने वाले और बेचने वाले कितने बड़े पैमाने पर सक्रिय है इसका अंदाजा इसी लगाया जा सकता है कि साल 2021 में किशनगंज पुलिस ने 100 से अधिक युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया था ।गिरफ्तार युवकों में या तो सेवन करने वाले शामिल थे या फिर बेचने वाले ।इसी तरह पूर्णिया ,अररिया में भी दर्जनों युवकों,तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया ।

बावजूद इसके ड्रग्स का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है ।एक अनुमान के मुताबिक हर साल सिर्फ सीमावर्ती किशनगंज ,पूर्णिया ,अररिया में ही करोड़ों रुपए के ड्रग्स बेचे जा रहे हैं ।तस्कर जहा इस कारोबार से मालामाल हो रहे हैं वही युवा पीढ़ी का जीवन बर्बाद हो रहा है ।ड्रग्स की चपेट में आए युवक नशे की लत लगने के बाद अपराधिक वारदातो को भी अंजाम देने से नहीं चूकते ।

नशे की पूर्ति के लिए युवक छोटी मोटी चोरियों के साथ साथ बड़े अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे है ।हाल के दिनों में ऐसे कई मामले उजागर हो चुके है ।जिसे न्यूज लेमनचूस ने प्रमुखता से प्रकाशित करने का काम किया है। 


समाचार चैनल द्वारा किए गए खुलासे के बाद उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार कानून लागू करने में काफी सख्त है और कानून का उल्लंघन करने वाले लोगों की गिरफ्तारी जल्द ही होगी ।उन्होंने कहा कि नशे के कारोबारियों पर लगातार कारवाई किया जा रहा है एवं आगे भी जो दोषी होंगे उन पर कारवाई की जाएगी ।

नशा रुपी चिड़िया पंजाब से उड़ती हुए अब बिहार में अपना घोंसला बना चुकी है ।जिसके बाद  प्रशासन के साथ साथ समाज और परिवार की भी जिम्मेदारी बढ़ चुकी है । नशे के कारोबारियों के खिलाफ समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है और अगर आसपास नशे के कारोबारी सक्रिय है तो इसकी सूचना प्रशासन को जरूर देना चाहिए ताकि ऐसे लोगो पर पुलिस शिकंजा कस सके। 














नोट :यह एक प्रतीकात्मक तस्वीर है जिसे इंटरनेट से प्राप्त किया गया है ।

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