किशनगंज/प्रतिनिधि
मुस्लिम बहुल किशनगंज जिले के बहादुरगंज विधान सभा सीट से जेएनयू के पूर्व छात्र नेता शरजील इमाम चुनाव लड़ना चाहता है ।जिसे लेकर उसने कोर्ट में जमानत की अर्जी दायर की है ।दिल्ली में 2020 में हुए दंगों की साजिश रचने के मामले में आरोपी शरजील इमाम ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने और प्रचार के लिए 14 दिन की अंतरिम जमानत मांगी है। जहानाबाद जिले के निवासी शरजील इमाम को 25 अगस्त, 2020 को गिरफ्तार किया गया था।
मालूम हो कि बहादुरगंज सीट से वर्तमान में राजद के अंजार नईमी विधायक है।गौरतलब हो कि बहादुरगंज विधान सभा सीट पर लगभग 68% मुस्लिम मतदाता है और यह कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है ।बीते 2020 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार तौसीफ आलम को हरा कर मजलिस की टिकट से अंजार नईमी चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंचे थे लेकिन उसके बाद उन्होंने एआईएमआईएम छोड़ दिया था और राजद का दामन थाम लिया था।
लेकिन अब इस विधान सभा चुनाव में जहां तौसीफ आलम एआईएमआईएम की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे वहीं अंजार नईमी राजद की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले है ।जिससे यहां का मुकाबला दिलचस्प होने के कयास अभी से लगाए जा रहे है।बहादुरगंज विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 287638 है। इसमें 153240 पुरुष एवं 134385 महिला मतदाता हैं।
वही शरजील इमाम के चुनाव लड़ने की खबरों के बाद विधान सभा क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है।अगर शारीजल इमाम को कोर्ट चुनाव लड़ने के लिए जमानत देती है और वो यहां से विधान सभा चुनाव लड़ते है तो मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है ।
शरजील इमाम भारत विरोधी गतिविधियों की वजह से पिछले 5 सालों से जेल में बंद है इमाम को 15 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक जमानत चाहिए। बहादुरगंज विधान सभा में दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा और नामांकन प्रक्रिया शुरू है।
