जाति से इतना ही प्यार है तो अपने जात वालों से दूध का पैसा क्यों लेते हैं? दूध का पैसा 50 रुपए लेते समय जाति नहीं दिखती मगर लाखों का वोट जात देखकर मुफ्त में दे देतें हैं तो आप नहीं भागेंगे तो कौन भोगेगा?
सुपौल: जन सुराज पदयात्रा के शिल्पकार प्रशांत किशोर आज एक दिन के दौरे पर सुपौल पहुंचें।
सुपौल पहुंचने पर किशनपुर चौक में हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रशांत किशोर ने किशनपुर हाई स्कूल मैदान और गोकुल धाम निर्मली में स्थानीय लोगों से चर्चा और जन सभा को संबोधित किया। बिहार के शिक्षा व्यवस्था और जातिवाद पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू प्रसाद यादव अकेले नहीं है जो जात की राजनीति करते हैं। बिहार में आज कोई पंडित का नेता है, कोई कुशवाहा का नेता है, कोई राजपूत का तो कोई भूमिहार का। आज जो जिस जात का नेता है वो जात की राजनीति नहीं कर रहा है। नेता तो अपने और अपने परिवार की राजनीति कर रहा है।
बिहार में जैसे लालू जी अपने बच्चों की चिंता कर रहे हैं वैसे ही आप भी अपने बच्चों की चिंता कीजिए। आप अपने जात वालों को वोट करते हैं कीजिए इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उसका हक लीजिए। आप अपने जात वालों को दूध 50 रुपए का बेचते हैं तो उनसे पैसे लेते हैं इतना ही नहीं धान-गेहूं भी बेचते हैं तो अपने जात वालों से पैसे लेते हैं। जब दूध मुफ्त में नहीं बेचते हैं तो लाखों के वोट जात वालों को मुफ्त में क्यों दे रहे हैं? वोट मुफ्त में नेता को देंगे तो वो और उनके परिवार के लोग हेलिकाप्टर से चलेंगे और आपका लड़का के पास चप्पल भी नहीं होगा ये लिख कर रख लीजिए।
जन सुराज नीतीश कुमार की तरह 400 रुपये की भीख बुजुर्गो को न देकर 2 हज़ार रुपये देने का काम करेगी: प्रशांत किशोर
मैं गांव-गांव बिहार के अन्य जिलों में पदयात्रा कर रहा हूं। बिहार में कई बुजुर्ग हमसे कहते हैं कि नीतीश कुमार की सरकार उन्हें 400 रुपये देती है जिससे उनका इन पैसों से कुछ हो नहीं पाता। मुझे भी लगता है कि 400 रुपये भीख की तरह बुजुर्गों को न देकर 2 हज़ार देना चाहिए जिससे उनकी जीवन बेहतर हो सके। मैं आप बिहार के जितने बुजुर्ग हैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि जन सुराज की सरकार बनी तो हम उन्हें 2 हज़ार रुपये मुहैया करवाएंगे।