सेल्फी भेज कर उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश से शिक्षिकाओं में नाराजगी

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किशनगंज शिक्षा विभाग के खिलाफ गोलबंद हुए शिक्षक ।सेल्फी भेजने के आदेश को वापस लेने की शिक्षिकाओं ने की मांग ।

शिक्षिका ने आदेश को बताया शरीयत के विरुद्ध ।जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा व्यवस्था में सुधार के लिए जारी किया गया है आदेश 

किशनगंज /प्रतिनिधि

किशनगंज में शिक्षा विभाग के द्वारा जारी नए फरमान को लेकर शिक्षक शिक्षिकाओं में नाराजगी का माहौल देखा जा रहा है ।दरअसल जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता द्वारा बीते दिनों सेल्फी भेज कर उपस्थित दर्ज करवाने का निर्देश दिया गया था ।शिक्षको की माने तो यह आदेश सिर्फ किशनगंज में दिया गया है जबकि बिहार के अन्य किसी जिले में ऐसा आदेश जारी नही किया गया है ।

प्रताप मध्य विद्यालय की शिक्षिका इशरत खातून ने आदेश को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा की लोग पर्दे में रहना चाहते है और यह बिलकुल हमारे शरीयत के विरुद्ध आदेश दिया गया है ।उन्हीनें कहा की इससे हमारे तस्वीर का गलत उपयोग भी हो सकता है ।


 महिला शिक्षिकाओं ने इसे अपनी निजता का हनन बताया है ।शिक्षिका अरिजिता दास ने कहा की विभाग अगर व्यवस्था में सुधार ही लाना चाहता है तो बायोमैट्रिक सिस्टम से भी हाजरी बनवाई जा सकती है यह सेल्फी मंगवाना कही से उचित नही है ।जबकि शिक्षक परवीर प्रसून ने कहा की सरकार द्वारा दिए गए हर कार्य को शिक्षक बखूबी निभा रहे है लेकिन यह आदेश कही से भी विवेकपूर्ण नही है इस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए ।

दूसरी तरफ इसे लेकर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है ।भाजपा जिला अध्यक्ष सुशांत गोप ने मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की यह अल्पसंख्यक बहुल जिला है और लोग पर्दे में रहते है लेकिन इस तरह का आदेश जारी कर मानसिक रूप से शिक्षिकाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है जो की नही होना चाहिए ।वही जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता से जब इस आदेश को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा की शिक्षको की उपस्थिति में सुधार लाने के लिए यदि और भी कोई कदम उठाने की जरूरत पड़ेगी तो उठाया जाएगा। 

सेल्फी भेज कर उपस्थिति दर्ज कराने के निर्देश से शिक्षिकाओं में नाराजगी