पोठिया | राज कुमार
ऑल इंडिया मांझी परगना मांडव के बैनर तले आदिवासी समुदाय के लोगों ने झारखंड के मुख्यमंत्री का फूंका पुतला। पोठिया प्रखंड के बूढ़नई पंचायत स्थित पार्टीबिछा आदिवासी संथाल टोला में ऑल इंडिया मांझी परगना मांडव के बिहार पोनोत परगना जवाहर हेम्ब्रम के अध्यक्षता में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सेंगल अभियान के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ टुडू ने बताया कि झारखंड को बेचने ओर आदिवासी अस्तित्व,पहचान,हिस्सेदारी को बर्बाद करने वाले सोरेन खानदान ओर उनके अंधभक्तों को बेनकाब ओर बेदखल किये बगैर झारखंड और झारखंडी का खैर नही है।हेमंत सोरेन ने जहां 5 जनवरी 2023 को जैनों के हाथ मरांग बुरु पारसनाथ पहाड़) को बेच दिया है।ओर अब 1932 के खतियान के नाम पर झुनझुना थमाकर गैर झारखंडी भाषाओं और गैर झारखंडियों को नोकरी बेचने का दरवाजा खोल दिया है।
संथाली भाषा को अपमानित करने वाला पिता-पुत्र खुद सीएनटी-एसपीटी को तोड़ने का काम किया है।संथाल परगना को वोट के लोभ लालच में दो धर्म विशेष के लोगों के हाथों सौंप दिया है।साथ ही कुरमी महतो को एसटी बनाने के पीछे भी सोरेन खानदान का सडयंत्र है।सरना धर्म कोड की जगह ईसाईयों को खुश करने के लिए सरना आदिवासी धर्म कोड 11 नवम्बर 2020 को विधानसभा में पारित कर बिना राज्यपाल की अनुशंशा के दिल्ली भेज दिया।और चौतरफा वादाखिलाफि कर हमलोगों को सिर्फ और सिर्फ धोखा दिया है।
इन तमाम कारणों से आदिवासी समुदाय के लोगों ने पुतला दहन के दौरान कहा कि हेमंत सोरेन को अविलंब कुर्सी छोड़नी चाहिए, जब चार साल में आदिवासीयों के हित के लिए कुछ कर नही पाए तो इन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।इस पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से जीतेन हांसदा,सुनील मुर्मू, सुरुजमुनि मुर्मू,सहित दर्जनों आदिवासी महिला व पुरुष मौजूद रहें।






























