कोरोना संक्रमण के प्रसारण को रोक करें महामारी को परास्त,जिला को मिला 500 मेडिकल किट

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें


• मास्क, सामाजिक दूरी, स्वच्छता का पालन एवं घरों का हवादार रखना जरुरी
• सार्वजनिक परिवन वाहनों में हवा के प्रवाह को सुनिश्चित करने पर बल

किशनगंज /प्रतिनिधि


कोविड-19 के फैलाव की रोकथाम के लिए संक्रमण के प्रसारण को रोकना बेहद जरुरी है, जिसमें तक मास्क, सामाजिक दूरी एवं स्वच्छता अभी तक सबसे प्रभावी हथियार साबित हुए हैं. इसको लेकर केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के महकमे ने सरल दिशा-निर्देश जारी किए हैं. एडवाइजरी में हवादार स्थानों के महत्व को रेखांकित करते हुए घरों, कार्यस्थानों एवं सार्वजनिक परिवन वाहनों में हवा के बेहतर प्रवाह पर अधिक बल दिया गया है. जिले में लोगों के कोरोना संक्रमित होने की तुलना में अच्छी खासी संख्या में लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से जंग जीतकर स्वस्थ भी हो रहे हैं। जिले के सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशो ने बताया कि बुधवार को एक बार फिर से जिले में कुल 91 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जिले के सभी संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में है। जिले में अभी तक कुल 347 व्यक्ति संक्रमित पाए गये है वही आज 17 व्यक्ति संक्रमण से लड़कर ठीक भी हुए है ।

घरों को हवादार रखने की करें कोशिश:


सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि घरों के अंदर की हवा को बाहर निकालने एवं बाहर की ताजा हवा को अंदर आने देने से वायरस से संक्रमण की सम्भावना कम जाती है. घर जितना हवादार होगा, संक्रमण प्रसारण का खतरा उतना कम होगा. यदि घर में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति हो तो उनके कमरे की खिड़कियाँ खुली रखें एवं पंखे को ऐसे मोड़े जिससे संक्रमित व्यक्ति से हवा घर के अन्य लोगों की तरफ़ सीधे की ओर न बह सके. यदि घर में खिड़की या वायु संचार के अन्य तरीकों के आभाव में कमरों के अंदर वायरस की संख्या बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है. एडवाइजरी में सलाह दी गयी है कि जिन घरों में वायु संचालन के उचित उपाय न हों, वहां ग्राम पंचायतों द्वारा जाली/ झरोखे के साथ निकास पंखा लगाया जाना चाहिए.







कार्यस्थानों में वायु-संचालन सुनिश्चित करना जरुरी:


सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि कार्यस्थानों में एसी चलाते समय ध्यान रखने की सलाह दी गयी है. यह कहा गया है कि जब एसी चल रहा हो तब भी बाहर की हवा अंदर लाने और वायरस के कणों को कम करने के लिए खिड़कियों और दरवाजे को आधा खुला रखना जरुरी है. साथ ही अंदर की हवा को अधिक मात्रा में बाहर करने के लिए एग्जास्ट फैन लगाने की भी सलाह दी गयी है. कार्यालयों, सभागारों एवं शौपिंग मॉल आदि जगहों जहाँ बाहर से हवा अंदर लाने के माध्यम सीमित होते हैं, वहां की छतों पर केन्द्रीय फ़िल्टर लगाने की बात कही गयी है.

सार्वजनिक परिवहन वाहनों में हवा के प्रवाह बनाएं रखने की सलाह:


सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने बताया कि सार्वजनिक परिवहन वाहनों में हवा के प्रवाह को बनाए रखने की सलाह दी गयी है. यह कहा गया है कि जहाँ तक संभव हो वाहनों की खिड़कियों को खुली रखें. वहीं, वातानुकूलित बसों और ट्रेनों में हवा के प्रवाह को सुधारने के लिए निकास पंखा( एक्जास्ट फैन) लगाने की सलाह दी गयी है. साथ ही उचित वायु संचार और दिशात्मक वायु प्रवाह को लोगों की दिशा से विपरित करके संक्रमण के प्रसारण को रोकने की बात कही गयी है.


जिला को मिला 500 मेडिकल किट


वही जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया की विभागीय निर्देश के अनुसार रैपिड एंटिजन किट से जांच के बाद संक्रमित लोगों के बीच दवा किट मुहैया कराने का निर्देश दिया है. वहीं आरटीपीसीआर व ट्रुनेट जांच के बाद पॉजिटिव मिलने पर संबंधित मरीज को इंडिया पोस्ट से बीएमएसआइसिल की ओर से दवा किट देने को कहा गया है. इससे मरीजों को ससमय उपचार शुरू हो सके. विदित हो कि कोरोना का तीसरे लहर के मद्देनजर विभाग की ओर से यह पहल की गयी है. जांच के बाद मरीजों को होम आइसोलेशन में भेजा जा रहा है. घर पर हीं संक्रमितों को दवा मिलने से सुविधा बढ़ गयी है.


किट में दी जा रही दवा व मास्क


स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिये गये किट में 10 एमजी एजीथ्रोमाइसिन गोली 10 पीस, विटामिन सी 10 पीस, मल्टीविटामिन 10 पीस, जिंक टेबलेट 10 पीस, 500 ग्राम परासीटामोल 10 पीस देने को कहा गया है. बता दें कि कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के बाद विभाग की ओर से एहतियात बरती जा रही है.











कोरोना संक्रमण के प्रसारण को रोक करें महामारी को परास्त,जिला को मिला 500 मेडिकल किट