बिहार :मोतिहारी में गिरफ्तार हुआ फर्जी सीबीआई अधिकारी ,फर्जी दस्तावेज के साथ साथ नकदी बरामद

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मोतिहारी /संवादाता

दो वर्षो से ठगी के कार्य को दे रहा था अंजाम

बिहार के मोतिहारी में एक फर्जी आईपीएस के पकड़े जाने का मामला प्रकाश में आया है ।गिरफ्तार फर्जी आईपीएस के पास से कई महत्वपूर्ण कागजात ,मुहर एवं नकदी भी बरामद की गई है ।बताया जाता है कि ये पूरे इलाके में घूम कर खुद को सीबीआई का एसपी बता कर ठगी करता था ।दरअसल मामले का खुलासा तब हुआ जब फर्जी ऑफिसर ने जिले के एक थानेदार को धमकाना शुरू किया । जिसके बाद मामला जिले के एसपी नवीनचंद्र झा के पास आया । फिर उन्होंने मामले पर संज्ञान लेते हुए तुरंत फर्जी ऑफिसर के फोन कॉल्स का डिटेल्स निकलवाया तब पुरे मामले से पर्दा हटा ।






एसपी नवीनचद्र झा ने इस मामले में एक टीम गठित कर छपेमारी कराया जिसमे  पुलिस के हाथ फर्जीवाड़े के जो सबुत सामने आया वो काफी चौकाने वाला था । एसपी श्री झा ने बताया कि अपने को सीबीआई का अधिकारी बताने वाले अमोल कुमार के गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ने उसके पैतृक गांव गोविंदगंज थाना क्षेत्र के राजेपुर में जब छपेमारी किया तो उसके घर से जो बैग बरामद हुआ उसमे सीबीआई के डायरेक्टर , एसपी , ए एसपी सहित दर्जनों बड़े अधिकारियो के फर्जी मुहर , फर्जी आईकार्ड , फर्जी परमिशन लेटर मिले साथ में 5 लाख 60 हाजर रुपए के अलावे पुलिस ने कुछ लेटर बरामद किया है जिसमे उसने लेटर के माध्यम से दर्शाया है कि उसने इस जिले में सीबीआई का एनकाउंटर विशेषज्ञ एसपी के रूप में काम किया है जिसमे उसने एक दो नहीं बल्कि सात एनकाउंटर किया है ।






जिसको लेकर माननीय राष्ट्रपति ने उसका प्रमोशन भी किया है।अमोल ने खुद राष्ट्रपति का फर्जी हस्ताक्षर  तक किया है।पुलिस द्वारा किए गए पूछताछ में गिरफ्तार अमोल ने यह स्वीकार किया है कि वो बीते दो वर्षो से ठगी के कार्य को अंजाम देता था । एसपी श्री झा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और विधि सम्मत कारवाई की जा रही है ।फर्जी आईपीएस की गिरफ्तारी के बाद पूरे शहर में इस मामले की चर्चा हो रही है ।






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