जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है कोविड-19 की वैक्सीन: सिविल सर्जन

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

किशनगंज /प्रतिनिधि

  • टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक
  • किसानों एवं मजदूरों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा टीका : सिविल सर्जन
  • कार्य के दौरान किसान व मजदूर करें नियमों का पालन :
  • जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए 62 टीकाकरण केन्द्रों में टीकाकरण अभियान जोर शोर से चल रहा है। जिले में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण के प्रति आम लोगों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जागरूक भी किया जा रहा है। विगत दिनों बिहार में कोविड-19 वैक्सीन की कमी की बात कुछ समाचारपत्रों में प्रकाशित हुई थी , इस पर सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में कोविड-19 की वैक्सीन उपलब्ध है। जिले के 62 टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों को टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा और इस दिशा में सकारात्मक पहल भी की जा रही है। प्रतिदिन 7000 से अधिक लाभार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक पंचायत में 60 लाभुकों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है| इसके अनुरूप सभी टीकाकरण केंद्रों पर कार्य किया जा रहा है।
  • टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक
    जिले में टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए जिले के सभी 07 प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई | मुखिया , वार्ड सदस्य , पैक्स सदस्य , जन वितरण प्रणाली के सदस्य के साथ किशनगंज प्रखंड के गाछ्पारा पंचायत भवन में हुई बैठक में सभी को अपने आस पास के 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को टीका लगाने के लिए प्रेरित करने का सुझाव दिया गया |

किसानों एवं मजदूरों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा टीका : सिविल सर्जन


सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने जिले के सभी किसान , चाय बागन एवं ईट भट्टों तथा अन्य जगहों में कार्य करने वाले मजदूर जिनकी उम्र 45 या उससे ऊपर है उन्हें टीका लगाने की अपील करते हुए कहा कोरोना का टीका उनके लिए संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा कवच का काम करेगा। यदि, कोई किसान ,चाय बागन एवं ईट भट्टों तथा अन्य जगहों में कार्य करने वाले मजदूर कोरोना वायरस की चपेट में आ जाएगा, तब उसे इलाज के लिए आइसोलेट होना होगा। ऐसे में उनके जीवन यापन के साधन के साथ साथ परिवार भी प्रभावित होगा। इसलिए इनलोगों को चाहिए कि वह बिना किसी के बहकावे में आकर सबसे पहले टीका लें। इससे वह खुद को सुरक्षित तो करेंगे ही, साथ ही अपने परिवार के सदस्यों को भी बाहरी संक्रमण से बचाएंगे।


कार्य के दौरान किसान व मजदूर करें नियमों का पालन :


सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया जिले में अभी फसल कटनी , चाय पत्ती के तुरई के साथ साथ ईंट भट्टों तथा अन्य जगहों में कार्य करने वाले मजदूर का काम शुरू हो चुका है। ऐसे में सभी के लिए कोविड-19 के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। विभागीय दिशा-निर्देशों के मुताबिक फसल कटाई यथा संभव मशीन चलित उपकरणों से करें। हाथ से चलने वाले उपकरण काम में लेने पर उपकरणों को दिन में कम से कम तीन बार साबुन व पानी से हाथों को धोकर, कीटाणु रहित करें। इसके अलावा फसल कटाई के दौरान किसान व कटनी में लगे मजदूर सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का सख्ती से पालन करें। खेत में फसल काटने एवं खाना खाते समय एक व्यक्ति से दूसरे के बीच कम से कम दो मीटर की दूरी रखें। खाने के बर्तन अलग-अलग रखें तथा प्रयोग के बाद साबुन के पानी से अच्छी तरह साफ करें।


काम में लिए जाने वाले उपकरण अलग रखें :


सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया संक्रमण से बचने के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है। इस दौरान सभी व्यक्ति अपनी अलग-अलग पानी की बोतल रखें और मुंह पर मास्क का प्रयोग करें। कार्य स्थल में पर्याप्त मात्रा में पानी एवं साबुन की व्यवस्था रखें। फसल कटाई, मजदूरी के दौरान एक व्यक्ति की ओर से काम में लिए जाने वाले उपकरणों को दूसरा व्यक्ति कतई काम में नहीं लें। कटाई करने वाले सभी व्यक्ति अपने-अपने उपकरण ही काम में लें। साथ ही, कटाई के दौरान बीच-बीच में अपने हाथों को साबुन के पानी से अच्छी तरह साफ करते रहें। उन्होंने बताया फसल कटाई कार्य अवधि में पहले दिन पहने कपड़े दूसरे दिन काम में न लें। काम में लिए कपड़ों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाने के पश्चात ही पुनः काम में लें।

जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है कोविड-19 की वैक्सीन: सिविल सर्जन