किशनगंज :दिघलबैंक प्रखंड में हाथियों ने मचाया उत्पात ,एनिडर्स मशीन को हाथियों ने उखाड़ कर फेका

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किशनगंज /दिघलबैंक /प्रतिनिधि

भारत नेपाल सीमा से सटे दिघलबैंक प्रखंड में एक बार फिर नेपाल से आए हाथियों ने उत्पात मचाया है ।रात के अंधेरे में घुसे नेपाली हाथियों ने डोरिया गांव से प्रवेश करते हुए बॉर्डर से करीब 15 किलोमीटर दूर सतकौआ पंचायत के कुतवाभिट्ठा चमड़ाकट्टा गांव के बीच मक्के के खेतों में डेरा जमाए हुए है। बुधवार की सुबह ग्रामीणों की नजर जैसे ही मक्के खेतों पर पड़ी तो देखा कि 9 हाथियों के झुंड ने खेतों में डेरा जमा रखा है।

जिसके बाद दिन भर हाथियों के झुंड को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा रहा। ग्रामीणों की सूचना पर 12 वीं वाहिनी एसएसबी पलसा ओर पिलटोला बीओपी के जवान मौके पर पहुँच लोगों को हाथियों से दूर रहने की अपील करते दिखे ।वही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुँच मोर्चा संभाल चुकी है और हाथियों को वापस नेपाल भेजने के प्रयास में जुटी हुई है। स्थानीय लोगो के मुताबिक ठंड की वजह से घुप के अभाव में सोलर सिस्टम से चलने वाले एनिडर्स मशीन चार्ज नहीं होने से डोरिया गांव के समीप कई मशीनें काम करना बंद हो 
गया था।

मंगलवार की रात हाथियों का झुंड इसी का फायदा उठाते हुए उनके रास्ते में पड़ने वाले दो एनिडर्स मशीनों को उखाड़ फेंकते हुए खेतो में प्रवेश कर गए और आलू सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हाथी अभी कुतवाभिट्ठा गांव में डेरा जमाए हुए है।जिसकी वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है।

गौरतलब हो की हर साल नेपाल से पहुंचे हाथियों के झुंड द्वारा इलाके में भारी उत्पात मचाया जाता है जिसके बाद एनिडर्स मशीन लगाया गया है बावजूद इसके एक बार फिर हाथियों के झुंड ने लगभग आधा दर्जन किसानों के मक्के की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है जिसके बाद ग्रामीण प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे है ।

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