किशनगंज /सागर चन्द्रा
अस्पताल कर्मियों की लापरवाही से एक प्रसुता की मौत हो गई।मृतका के परिजनों ने बहादुरगंज पीएचसी में तैनात कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार बहादुरगंज थाना क्षेत्र के दरनीया हाट निवासी जीनत परवीन पति मंसूर आलम को परिजनों ने प्रसव पीड़ा के बाद बहादुरगंज पीएचसी मे भर्ती कराया था। लेकिन प्रसव उपरांत अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
कर्मियों ने उसे फौरन सदर अस्पताल रैफर कर दिया। लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। सदर अस्पताल में डयूटी पर तैनात चिकित्सक के द्वारा जांचोपरांत उसे मृत घोषित करते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। मृतका की सास मईफुल निशा ने बताया की उनकी बहू को प्रसव पीड़ा के बाद बहादुरगंज पीएचसी में भर्ती कराया गया था। जहां उसने बेटे को जन्म दिया।
लेकिन बेटे को जन्म देने के बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि बहादुरगंज पीएचसी मे तीन नर्सों ने मिलकर प्रसव कराया था। हम लोगों ने बार-बार डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाई थी। लेकिन उनकी गुहार अनसुनी कर दी गई। जब जीनत परवीन की तबीयत काफी बिगड़ गई तो भी चिकित्सक को नहीं बुलाया गया और उसे सदर अस्पताल रैफर कर दिया गया। लेकिन बीच रास्ते में ही जीनत की मौत हो गई।






























