दीपावली करीब आते ही जुए के अड्डे हुए गुलजार ,करोड़ों का लग रहा है दाव

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शहर से सटे बंगाल में चल रहे जुए के अड्डो को धनाढ्यों ने बना रखा है अपना ठिकाना



अड्डों पर खाने पीने और सुरक्षा की रहती है पूरी व्यवस्था



किशनगंज /सागर चन्द्रा



खुशियों और रौशनी का पर्व दीपावली के नजदीक आते ही शहर में जूआ के अड्डे भी गुलजार होते जा रहे हैं। यूं तो शहर व आसपास के इलाकों में दुर्गा पूजा के बाद से ही जूआ के अड्डे सजने लगे थे। परंतु दीवाली के नजदीक आते ही अब कई स्थानों पर धड़ल्ले से जुआ खेला जा रहा है। इन अड्डों में शहर के कई संभ्रांत परिवार के लोग भी शामिल होते हैं। इन गुप्त स्थानों पर संचालक के द्वारा सुरक्षा की पुर्ण ग्यारेन्टी देने के साथ साथ खाने पीने की भी उत्तम व्यवस्था किये जाने से दिनभर जुआरियों का जमघट लगा रहता है। शहर के संभ्रांत लोगों के खेल में शामिल हो जाने के कारन प्रतिदिन हार जीत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

जूए के खेल में बड़ी रकम हार जाने के बाद कुछ जुआरियों के द्वारा अपने साथ लाए गहने,मोबाइल व जमीन गिरवी रखकर दांव लगाने की घटनाएं भी आये दिन सामने आ रही है। हालांकि बदनामी के डर से इलाके के कई धनाढ्य लोगों ने शहर से सटे बंगाल के गुप्त ठिकानों में धरल्ले से चल रहे जुआ के अड्डे को अपना आशियाना बना लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में चल रहे जुओ के अड्डे में प्रति दिन 1 करोड़ से अधिक की रकम दांव पर लग रही है।

जबकि शहर के युवाओं ने पुलिस व समाज की नजरों से बचने के लिए नये ट्रेंड का इजात कर लिया है। युवक अपने मोबाइल पर लूडो के खेल को डाउनलोड कर खुलेआम दांव लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। परंतु पुलिस गस्त के लगातार जारी रहने के बावजूद भी शहर के डुमरिया, धरमगंज, पश्चिमपाली, कजलामनी, मिलनपल्ली लाइन,अस्पताल रोड,तेघरिया,कैलटैक्स चौक, मझिया आदि स्थानों पर धड़ल्ले से जूआ खेला जा रहा है।

नोट:खबर में प्रकाशित तस्वीर एक सांकेतिक तस्वीर है जिसे गूगल से प्राप्त किया गया है।

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