देश/डेस्क
अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के तिथि की घोषणा और भूमि पूजन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सामिल होने की सूचना के बाद देश में सियासत गर्म हो गई है । मालूम हो कि आगामी 5 अगस्त को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने वाले हैं । जिसके बाद कांग्रेस एनसीपी सहित अन्य विपक्षी पार्टियां सरकार और प्रधानमंत्री पर सवाल खड़े कर रहे हैं और तंज कसा जा रहा है ।
मालूम हो एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने तंज कसते हुए कहा था की अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने के बाद देश से कोरोना बीमारी समाप्त हो जाएगी, वही कांग्रेस के भी कई नेताओं के द्वारा तंज कसा गया ।कांग्रेस नेता द्वारा पीएम नेहरू का हवाला देते हुए कहा गया कि वो सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे ।वहीं जाप प्रमुख पप्पू यादव ने भी सोमवार को ट्वीट कर पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि
राममंदिर का भूमिपूजन प्रधानमंत्री क्यों करेंगे?क्या वह धर्माचार्य हैं?क्या हिन्दू समाज संत,महात्माविहीन हो गया है?
नित झूठ बोलने वाले अगर आधारशिला रखेंगे तो राममंदिर का महात्म्य बढ़ेगा या,गिरेगा?
सरकार के ठेकेदार हैं,धर्म के ठेकेदार न बनें!धर्म का काम धर्माचार्यों को करने दें!

विपक्षी नेताओं द्वारा कि जा रही बयान बाजी के बाद भाजपा नेत्री और मंदिर आंदोलन से जुड़ी रही उमा भारती ने कहा कि शरद पवार का ये बयान रामद्रोही है। मोदी जी के खिलाफ नहीं, राम के खिलाफ है ।