कैमूर :जैतपुरा कला पंचायत की मुखिया की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के दौरान मौत ,पूरे क्षेत्र में शोक की लहर

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कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):

सड़क दुर्घटना में घायल जैतपुरा कला पंचायत की मुखिया बुद्धा देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई जिसके बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

मालूम हो की जिले के जैतपुरा कला पंचायत की मुखिया बुद्धा देवी की बड़ी बेटी रिंकी कुमारी का बेतिया के एक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई थी जिसे स्कॉर्पियो में सवार होकर मुखिया बुद्धा देवी अपने परिवार के साथ बेतिया कॉलेज में छोड़ने के लिए गई हुई थी ।जहां से घर वापस लौटते समय स्कॉर्पियो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना के बाद पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल पटना में सभी घायलों को भर्ती कराया गया।

जहां इलाज के दौरान मुखिया बुद्धा देवी की मौत हो गई। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पूरे भगवानपुर प्रखंड में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया । गौरतलब हो कि बीते 18 जुलाई की रात बेतिया जिला क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में मुखिया समेत स्कॉर्पियो में सवार उनके परिवार के कई अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थें। जिसके बाद सभी घायलों को पटना स्थित पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल में भर्ती कराकर उन सभी का इलाज करवाया जा रहा था।

शनिवार की सुबह मुखिया की मौत हो गई। कयास लगाया जा रहा है कि सड़क हादसे में उन्हें गंभीर रूप से अंदरूनी चोटें पहुंची थीं, जिसे बर्दाश्त न कर उन्होंने अंतिम सांसें लीं। अब भी उनके परिवार के अन्य घायलों का इलाज चिकित्सकों द्वारा की जा रही है। मुखिया की निधन की सूचना मिलते हीं यह खबर स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।

इस घटना को लेकर जैैदपुर पंचायत के निवासियों के साथ-साथ प्रखंड क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों में शोक का माहौल है, वहीं इस घटना पर प्रखंड एवं अंचल समेत तमाम विभाग के पदाधिकारियों ने गहरा दुख जताया है। बताया जाता है कि मृतक मुखिया के पति राजेंद्र प्रसाद एक ऑनेस्ट पुलिस इंस्पेक्टर हैं, जिनका पिछली पोस्टिंग पूर्णिया जिले में थी। यह देखते हुए कि इनके कार्यकाल में अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं, उन्हें होम डिस्ट्रिक्ट यानि कि कैमूर जिला मुख्यालय के समारोह में पोस्टेड किया गया है।

मृत मुखिया की दो बेटियां तथा एक बेटे हैं। इनमें बड़ी बेटी रिंकी कुमारी का हाल के दिनों में हीं बेतिया जिले के एक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई है, जिन का योगदान करा कर निजी स्कॉर्पियो वाहन से घर लौटने के क्रम में ही यह सड़क हादसा हुआ था। जबकि एकमात्र बेटे अरुण कुमार दिल्ली के किसी निजी कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत हैं।

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