-सिविल सर्जन ने निर्भीक होकर ली “जिन्दगी की डोज”
• जिले के 05 केन्द्रों पर हुआ कोविड-19 टीकाकरण
किशनगंज /प्रतिनिधि
जिले में कोरोना संक्रमण के खिलाफ सोमवार से बूस्टर डोज टीकाकरण अभियान शुरू हुआ। अभियान के पहले दिन सोमवार को जिले के 59 केंद्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों एवं 60 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीकाकरण किया गया। पहले दिन सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर भी “जिन्दगी की डोज” यानि कोविड का बूस्टर टीका लेने के लिए इनडोर स्टेडियम स्थित टीकाकरण स्थल पर उत्साह के साथ पहुंचकर टीका लिया। सभी टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों को आब्जर्वेशन रूम में बिठाया गया। वैक्सीनेशन के बाद कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा, लाभार्थी को कैसा महसूस हो रहा, चक्कर या उल्टी आदि की शिकायत तो नहीं आदि के अवलोकन के लिए आब्जर्वेशन केंद्र पर रखा गया । उन्हें आधा घंटा देखने के बाद घर जाने दिया गया। जिले में सोमवार को 1671 लोगों ने टीका लिया । वहीं अभी तक जिले में 24,345 किशोरों ने कोवैक्सीन की पहली डोज ली है। अब तक जिले में कुल 8,83,737 व्यक्ति ने प्रथम डोज एवं 615871 ने दूसरी डोज ली है।
निर्भीक होकर कराएं टीकाकरण:
सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने बूस्टर डोज लेने के बाद बताया कि वैक्सीन को लेकर मन में किसी तरह का भ्रम नहीं पालें एवं अफवाहों से दूर रहें। क्योंकि, वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, निर्भीक होकर सभी लोग वैक्सीनेशन कराएं। वैक्सीनेशन के दौरान सुरक्षा के हर मापदंडों का ख्याल रखा जा रहा है। ताकि, लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर पर सुरक्षा के मद्देनजर भी पुख्ता इंतजाम हैं । कोविड-19 के गाइडलाइन का हर हाल में पालन सुनिश्चित रूप से कराया जा रहा है। कोरोना से बचने के लिए जिन नियमों का पालन हम अभी कर रहे हैं, (जैसे- मास्क पहनना, छह फीट की सुरक्षित शारीरिक दूरी रखना और हाथ धोना), वैक्सीन लगने के बाद भी उन नियमों का पालन करते रहना जरूरी है। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।
अब सुरक्षा के साथ करेंगे अपना काम:
जिले में कोविड का प्रथम बूस्टर डोज लेने वाले जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में कार्यरत मनोज कुमार ने कहा कि कोविड के दौरान हर दिन जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय आना होता था। कोविड की लहर के समय में जब कार्यालय आते थे तो मुझे अपने परिवार के लिए चिंता होती थी। उन्होंने बताया कि बहुत खुशी हो रही है। टीका लगने के बाद कोई दिक्कत नहीं हुई है। एकदम सामान्य हूं। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। अब मुझे सुरक्षा कवच मिल गया है। सुरक्षा के साथ और बेहतर तरीके से अपने कर्तव्यों को निभाएंगे और दूसरों को भी टीका लेने के लिए प्रेरित करूंगा।
निजी एवं सरकारी सभी हेल्थकेयर एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रीकाॅशन डोज;
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि आज जिलेभर में निजी एवं सरकारी सभी हेल्थकेयर एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रीकाॅशन डोज दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अंतिम पंक्ति के सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स जो कोविड टीके की दोनों खुराक ले चुके हों वे दूसरी डोज लगने के 9 महीने बाद प्रीकॉशन डोज ले सकते हैं। ताकि वे लोग पूर्ण सुरक्षा के साथ लोगों को भी सुरक्षित कर सकें। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मियों के साथ 60 वर्ष के ऊपर के गंभीर रोग से ग्रसितों का सोमवार से कोविड बूस्टर डोज़ का टीकाकरण का शुभारंभ किया गया है। ताकि वे लोग खुद को कोविड के प्रति सुरक्षित करते हुए सेवा दे सकें। उन्होंने बताया कि कोविड 19 टीकाकरण के लिए जिले के सभी प्रखंड के पीएचसी व सीएचसी के साथ ही पुलिस लाइन सदर अस्पताल, इनडोर स्टेडियम , टाउन हॉल समेत कई जगहों पर कोविड टीकाकरण केन्द्र बनाया गया है। ताकि स्वास्थ्य कर्मियों का आसानी पूर्वक टीकाकरण हो सके।
इन लोगों को दी जाएगी प्रीकॉशन डोज:
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग प्रीकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे । इसके अलावा, ये डोज दूसरी डोज के 9 महीने बाद यानी दूसरी खुराक देने की तारीख से 39 सप्ताह पर दी जाएगी। इसके अलावा, गाइडलाइन के अनुसार प्रीकॉशनरी डोज के लिए पात्र होने पर लाभार्थियों को कोविन पोर्टल से एक टेक्स्ट मैसेज भेजा जाएगा। ताकि पता चल सके कि उन्हें वैक्सीन की तीसरी खुराक लेनी है। 60 साल से अधिक आयु के लाभार्थियों को “प्रीकॉशनरी डोज” दी जाएगी। अगर व्यक्ति किसी बीमारी से ग्रसित हैं एवं चिकित्सक द्वारा उन्हें कोविड-19 की प्रीकॉशनरी डोज लेने का सुझाव दिया गया है वैसे लाभार्थी द्वारा टीकाकर्मी को किसी प्रकार के प्रमाण पत्र की प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है।