केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय बिहार दौरे का आज दूसरा दिन है।श्री शाह ने तेजस्वी यादव के हर घर से एक युवा को नौकरी देने के सवाल पर जोरदार निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि बिहार में लगभग 2.8 करोड़ परिवार हैं, जिनमें से लगभग 20 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली हुई है। यानी 2.6 करोड़ बाकी हैं। तेजस्वी जी ने वादा किया है कि वे 2.6 करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी देंगे।
श्री शाह ने कहा कि यदि डी और सी ग्रेड की भी नौकरियाँ देनी हों, तो इसका बजट लगभग 12 लाख करोड़ रुपये बनता है, जबकि बिहार का बजट सवा 3 लाख करोड़ रुपये के आसपास है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जी को यह भी बताना चाहिए कि वे यह 12 लाख करोड़ रुपये कहाँ से लाएँगे ? यह एक बेबुनियाद वादा है, वोट पाने के लिए बिहार के युवाओं के सामने बोला गया एक सफेद झूठ। बिहार के युवा इसे भली-भाँति जानते हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि इंडि अलायंस को दर्द यह है कि सीमांचल में उनके बहुत सारे मतदाता, जो घुसपैठिए हैं, मतदाता सूची से बाहर हो गए। उनका वोट बैंक डिस्टर्ब हो रहा है। चुनाव हारने के भय से उन्होंने ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाली थी।
श्री अमित शाह ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू जी को हत्याओं, फिरौती और अपहरण पर चर्चा करनी चाहिए। वे आवास, सड़क, रास्ता या गैस सिलिंडर की बात करने लायक कहाँ हैं? जहाँ भी वे रहे — चाहे केंद्र में हों या राज्य में — भ्रष्टाचार के मामले उन पर लगे।
श्री शाह ने कहा की इंडि अलायंस ने इसका आधा छोड़ो, दसवां हिस्सा भी काम किया हो, तो पटना के चौक पर आकर कह दें — हमारे युवा मोर्चा के साथी उनसे चर्चा कर लेंगे।
उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भी अपनी बातें रखी और कहा कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहे हैं। हमारे चुनाव का नेतृत्व भी नीतीश कुमार ही कर रहे हैं।
वही उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर भी इंडी गठबंधन पर तीखा हमला किया और कहा कि SIR पर इंडि अलायंस को दर्द यह है कि सीमांचल में उनके बहुत सारे मतदाता, जो घुसपैठिए हैं, मतदाता सूची से बाहर हो गए। उनका वोट बैंक डिस्टर्ब हो रहा है। चुनाव हारने के भय से उन्होंने ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाली थी।






























