किशनगंज जिले के प्रसिद्ध उद्योगपति राजकरण दफ्तरी के ठिकानों में लगातार पांचवे दिन भी इनकम टैक्स के द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया ।समूह के 2 दर्जन से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम के द्वारा लगातार तलाशी ली जा रही है ।इस बीच सोमवार की देर रात राजकरण दफ्तरी की तबियत बिगड़ जाने की वजह से उन्हें पहले शहर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया उसके बाद सिलीगुड़ी रेफर किया गया जहा से मंगलवार को कोलकाता अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताते चले कि 150 से अधिक अधिकारी लगातार पांच दिनों से दस्तावेजों की जांच कर रहे है।गौरतलब हो कि राजकरण दफ्तरी और उनके भाई स्वर्गीय जयकरण दफ्तरी ने ही बिहार में चाय की खेती का शुभारंभ किया था और आज जिले में हजारों एकड़ में चाय की खेती हो रही है । दफ्तरी ग्रुप चाय प्रसंस्करण,कपड़ा उद्योग,रियल स्टेट सहित अन्य दर्जनों कारोबार से जुड़ा हुआ है ।
बीते पांच दिनों से चल रही छापेमारी के बाद मंगलवार की देर रात को भागलपुर जोन की असिस्टेंट डायरेक्टर सुनिता कुमारी ने बताया कि 100 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति मिली है और आगे की जांच की जा रही है ।उन्होंने कहा कि अभी तलाशी अभियान चलेगा ।इस तलाशी अभियान से शहर के व्यवसायियों से लेकर आम आदमी तक में चर्चाओं का बाजार गर्म है ।जबकि दफ्तरी ग्रुप के परिवार से जुड़े एक सदस्य ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा कि उनके यहां कोई बेनामी संपत्ति नहीं मिली है और सिर्फ परेशान करने के लिए इस तरह से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।



























