अररिया/बिपुल विश्वास
ऑल इंडिया फूड एंड एम्प्लाइज वर्क्स यूनियन के आह्वान पर स्थानीय कृषि उत्पादन बाजार समिति (विघटित) स्थित बिहार राज्य भंडार निगम के दर्जनों मजदूरों ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पांचवे दिन सोमवार को जारी रही। हड़ताली मजदूरों ने एफसीआई गोदाम के मुख्य दरवाजे को जामकर धरना पर बैठकर ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया।
पांचवे दिन प्रदर्शन स्थल पर राजद व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रधान महासचिव ई. आयुष अग्रवाल पहुंचकर मजदूरों से बातचीत की एवं उनके समस्याओं को गंभीरता से सुना व उन्हें नैतिक समर्थन प्रदान किया। साथ हीं ई. आयुष अग्रवाल ने कहा कि मजदूरों के एक शिष्टमंडल को अनुमंडल पदाधिकारी शैलजा पांडे से मुलाकात करवाई जाएगी और उनके हक और हकूक के लिए मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि संवेदक को भी इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और जो हक मजदूरों का है उसे अतिशीघ्र देना चाहिए।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अगर मजदूरों को उनका हक नहीं मिलता है तो फिर वे उनकी मांग के समर्थन में जिला पदाधिकारी श्री अनिल कुमार से भी मुलाकात करेंगे।धरना-प्रदर्शन पर बैठे मजदूर यूनियन के मुंशी जीत नारायण दास, सरदार राजेंद्र राय, देवेश राय और विजय राय आदि ने बताया कि एफसीआई मजदूरों को संवेदक (ठेकेदार) द्वारा सरकारी दर से काफी कम दर से मजदूरी दी जा रही है जिससे उनका पारिवारिक भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है।
मजदूर यूनियन के नेताओं ने ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 50 किलोवजन के बोरे की लोडिंग व अनलोडिंग की मजदूरी 2 रुपये 60 पैसा दिया जा रहा है जबकि सरकारी दर 11 रुपया 64 पैसा है। इसके अलावे ठेकेदार द्वारा उनसे जान जोखिम में डालकर 25-25 बोरों की ऊंचाई वाली छल्ली लगाई जाती है। जिससे हर समय दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।कहा कि हड़ताल के पांच दिन बीतने के बावजूद अभी तक न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी और न ही संवेदक उनसे बातचीत करने आये है। कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी।