बिहार : 88 साल बाद इस स्टेशन पर जब रुकी ट्रेन तो खुशी से झूम उठे लोग

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सुपौल /राजीव कुमार

88 साल बाद दो भागों में विभक्त मिथिलांचल को बड़ी रेल लाईन से जोड़ने का आज सपना साकार हुआ है ।बता दे की कोसी रेल महासेतु से कोसी मिथिला को जोड़नेवाली डेमू ट्रेन गुजरते ही लोगो में खुशी व्याप्त हो गया और सभी झूम उठे ।बता दे की रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली से 2:10 बजे वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर झंझारपुर – निर्मली नव अमान परिवर्तित रेल लाइन का उद्घाटन तथा झंझारपुर सहरसा पहली डेमू पैसेंजर ट्रेन को रवाना किया ।






झंझारपुर से निर्मली होते हुए कोसी रेल महासेतु को पार कर जैसे ही डेमू ट्रेन सरायगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंची, लोग खुसी से झूम उठे ।कोसी इलाके के स्थानीय लोगो ने बताया आज 88 साल बाद कोसी और मिथिला रेल लाइन से जुड़ गया ।स्टेशन पर मौजूद लोगो ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया ।


लोगो ने बताया 1934 के प्रलयकारी भूकंप में कोसी रेल पुल सहित रेल लाइन ध्वस्त होने से कोसी मिथिलांचल रेल मार्गो का आवागमन बंद हो गया था ।मिथिलांचल और कोसी वासी फिर से रेल लाइन से जुड़ने से कोसी इलाके आम लोग काफी उत्साहित हैं।स्थानीय लोगो ने कहा की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई और मिथिला पुत्र कहे जाने वाले स्वर्गीय ललित नारायण मिश्र की परिकल्पना पूरी होने जा रही है ।88 साल साल बाद फिर से कोसी मिथिला में रेल परिचालन को ऐतिहासिक बता रहे है ।रेल परिचालन शुरू होने से इस इलाके को गति मिलेगी।











बिहार : 88 साल बाद इस स्टेशन पर जब रुकी ट्रेन तो खुशी से झूम उठे लोग