बिहार /पटना
तेजस्वी यादव पहले बिहार में रहने वाले बिहारियों की कठिनाइयों को दूर कर ले फिर बंगाल की चिंता करे उक्त बाते कही है जाप प्रमुख पप्पू यादव ने ।पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा की बिहार में किसी से गठबंधन ,बंगाल में किसी से गठबंधन वो क्या करते है वहीं समझे ।दरअसल पप्पू यादव सीएम ममता बनर्जी को तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए समर्थन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। मालूम हो कि बिहार में आरजेडी का लेफ्ट और कांग्रेस से गठबंधन है जबकि बंगाल में उन्होंने टीएमसी को समर्थन देने का वायदा किया है ।वहीं उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देगी ।पप्पू यादव ने कहा बंगाल कि जनता देश के लोकतंत्र को बचाने में सफल होगी उन्हें यह उम्मीद है ।साथ ही उन्होंने ईवीएम के मुद्दे पर पूरे विपक्ष को एक जुट होने की बात कही और कहा कि लोकतंत्र को समाप्त करने की साज़िश रची जा रही है उसके खिलाफ तमाम विपक्षी दलों को एक जुट होने की जरूरत है ।
पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर भी शराब बंदी को लेकर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री की इच्छा शक्ति कमजोर हो चुकी है उन्होंने कहा कि राज्य में हर दिन शराब से मौतें हो रही हैं ।उन्होने शराब से हो रही मौतों पर जिम्मेदारी तय करने की बात कही साथ ही पुलिस पदाधिकारियों का ब्लड टेस्ट करने की मांग की है ।
पप्पू यादव ने आगे कहा कि हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नियत पर शक नहीं है लेकिन उनकी इच्छाशक्ति पर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। उनका मत्रिमंडल और प्रशासन उनके हाथ से निकल गया है। सभी नेताओं और पुलिस वालों का ब्लड टेस्ट होना चाहिए। इससे पता चल जाएगा कि थाना में पुलिस वाले रोज शराब पीते हैं या नहीं? मैं इसकी जांच चाहता हूँ। शराब किनके संरक्षण में बिक रहा है, इसका पता लगाने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता खुद आगे आकर अपना टेस्ट कराएं।
जाप अध्यक्ष ने आगे कहा कि शराबबंदी से पहले राज्य को शराब से साढ़े पांच हज़ार करोड़ की आय होती थी लेकिन अब पांच वर्षों में शराब तस्करी का व्यापर 50 हज़ार करोड़ रुपए का हो गया है। मुख्यमंत्री अड़े हुए हैं कि शराबबंदी को रिव्यू नहीं करेंगे। क्या ऐसा नहीं हो सकता कि शराब पर 100 फीसदी का टैक्स लगा दिया जाए और जिले में पांच एवं अनुमंडल पर एक शराब की दुकान खुले ।





























