बिहार :छठ पूजा को लेकर सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी नहीं होने से श्रद्धालु चिंतित

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किशनगंज /चंदन मंडल

बिहार सहित देश भर में मनाए जाने वाले लोक आस्था का पवित्र त्योहार छठ अब कुछ ही दिनों बाद मनाया जाएगा ।पर्व में करीब एक सप्ताह का समय बचा हुआ है । जिले के गलगलिया भारत नेपाल सीमा पर स्थित बहने वाली मेची नदी पर हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ पूजा का त्योहार धूम धाम से मानते है ।

लेकिन इस वर्ष कोरोना बीमारी कि वजह से कोई नोटिफिकेशन सरकार द्वारा जारी नहीं होने से श्रद्धालु चिंतित है ।श्रद्धालुओ का कहना है कि छठ पूजा नजदीक है और अब तक सरकार की ओर से कोई दिशा निर्देश जारी नहीं हुआ है। जिसके कारण छठ व्रतियों में में रोष देखा जा रहा है। लोग कह रहे हैं आस्था का महापर्व छठ पूजा हर वर्ष मेची नदी में धूमधाम से मनाया जाता है।

इस वर्ष पहले त्यौहार की तरह कोरोना की नजर छठ पूजा पर भी लग गई । इस वर्ष आस्था का महापर्व छठ पूजा भारत नेपाल सीमा स्थित बहने वाली मेची नदी के तट पर होगी भी या नहीं इसे ले कर सभी चिंतित है

छठ व्रतियों से जब इस संबंध में की बात की गई तो उनलोगों का कहना है कि अभी कोरोना महामारी का दौर चल रहा है और पता नहीं इस वर्ष छठ पूजा नदी के तट पर होगी भी या नहीं ।मालूम हो कि यहां नेपाल के भद्रपुर, चंद्रगढ़ी, बनियानी, घोड़ामारा से काफी संख्या में इसे देखने गलगलिया मेची घाट पर आते हैं। भारत के अलावा नेपाल में भी इसकी धूम रहती है । यहां बहने वाली मेची नदी पर काफी बड़े पैमाने पर छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस वर्ष लोग कोरोना के डर से सोच रहे हैं की घर के आंगन में गड्ढे खोदकर ही छठ व्रत करेंगे या फिर घर के छत के ऊपर ही करेंगे । इस संबंध में जब भातगांव पंचायत के जनप्रतिनिधि बृज मोहन सिंह उर्फ मुन्ना सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा पहले की तरह इस वर्ष भी मेची नदी पर आस्था का महापर्व छठ व्रत धूमधाम से किया जाएगा। उन्होंने कहा हर हाल में भारतीय क्षेत्र के मेची नदी तट पर छठ पूजा किया जाएगा । हालांकि इस वर्ष कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए समाजिक दूरी का पालन करते हुए धूमधाम से भारतीय क्षेत्र के नदी तट पर छठ व्रत किया जाएगा।

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