किशनगंज :ईद-मिलाद-उन-नबी पर्व-2025 के अवसर पर शांति समिति की जिला स्तरीय बैठक आयोजित

SHARE:

किशनगंज/प्रतिनिधि

जिला पदाधिकारी  विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में ईद-मिलाद-उन-नबी पर्व- 2025 के निमित्त जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न समितियों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों सहित स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए।

बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा कहा गया कि पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के कारण यातायात व्यवस्था में बाधा उत्पन्न होती है। अतः खगड़ा रेलवे फाटक, एन.एच. सहित प्रमुख मार्गों पर बड़े वाहनों का परिचालन सीमित समय तक रोके जाने का आग्रह किया गया। जुलूस मार्गों में जल-जमाव, साफ-सफाई, पेयजल रिसाव जैसी समस्याओं के समाधान हेतु जिला प्रशासन से अनुरोध किया गया। साथ ही, मस्जिदों एवं जुलूस मार्गों पर सीसीटीवी कैमरा तथा पुलिस बल की तैनाती की मांग भी की गई।

बैठक में शांति समिति के सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव और विचार रखे। शहर में साफ-सफाई, मुख्य मार्गों पर पीने के पानी की व्यवस्था, मंदिर के पास, चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती संबंधी सुझाव भी दिए।

पुलिस अधीक्षक सागर कुमार द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी समितियाँ अपने-अपने वॉलिंटियर्स की सूची संबंधित थाना में उपलब्ध कराएँ। जुलूस में किसी भी सदस्य द्वारा बाइक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। सभी जुलूस नियत मार्ग से ही संचालित होंगे।

जिला पदाधिकारी ने बैठक में कहा कि सभी समितियाँ वॉलिंटियर्स की संख्या अधिक रखें ताकि भीड़-व्यवस्था में सहूलियत रहे। उन्होंने आग्रह किया कि शांति समिति के सदस्य सक्रिय रूप से सहयोग करें।

जिला पदाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि माहौल को देखते हुए गलत तरह के नारे लगाने या व्यक्तिगत एजेंडा चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गलत तरीके से कार्य करने वालों पर प्रशासन द्वारा कठोर कदम उठाए जाएँगे तथा शांति समिति के सदस्यों से भी अनुशासन बनाए रखने का आग्रह किया गया।

उन्होंने आगे बताया कि लगभग 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से पुलिस पूरे शहर की सतत निगरानी कर रही है। पूरा शहर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में है तथा जुलूस पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी। गलत कार्य करने वालों पर हर स्तर पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

बैठक में प्रशासन के वरीय पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, विभिन्न समुदायों के गणमान्य सदस्य एवं शांति समिति के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सबसे ज्यादा पड़ गई