संवाददाता : प्रतिनिधि
ई०वी०एम० का ‘द्वितीय रैडमाइजेशन’ निर्वाची पदाधिकारी द्वारा संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों एवं भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त प्रेक्षक की उपस्थिति में संपन्न होता है। गौरतलब हो कि इस प्रक्रिया में प्रथम रैंडमाइजेशन के उपरांत विधानसभावार उपलब्ध कराये गये ई०वी०एम० को रैंडम रूप से ‘मतदान केंद्रवार’ आवंटित किया जाता है तथा मतदान केन्द्र आवंटन के बाद शेष बचे ई०वी०एम० एवं वी०वी० पैट को सुरक्षित रख लिया जाता है।वही सुरक्षित मशीनों का उपयोग खराब मशीनों के Replacement के रूप में किया जाता है।
द्वितीय रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया ‘भारत निर्वाचन आयोग’ के EVM Management System- EMS पोर्टल के माध्यम से की जाती है। ई०वी०एम० के द्वितीय रैंडमाइजेशन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मैनुअल” में उल्लिखित है, जो भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
बिहार विधानसभा चुनावों के क्रम में किशनगंज जिले के
चारों विधान सभा क्षेत्रों के लिए संबंधित निर्वाची पदाधिकारी द्वारा ‘द्वितीय रैंडमाइजेशन’ बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों/उनके प्रतिनिधियों तथा प्रेक्षक उपस्थित रहें।
द्वितीय रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के उपरांत, मतदान केन्द्रवार आवंटित ई०वी०एम० की सूची तथा सुरक्षित ई०वी०एम० की सूची सभी ‘प्रतियोगी उम्मीदवारों’ के साथ साझा की गई। ये ई०वी०एम० ‘मतदान दिवस’ पर संबंधित मतदान केंद्रों पर उपयोग में लाई जाएंगी।

























