किशनगंज/पोठिया/राज कुमार
डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज ने बिहार कौशल विकास मिशन (बीएसडीएम) के सहयोग से मृदा एवं जल परीक्षण पर केंद्रित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया।यह बुधवार को शुरू हुआ और प्रशिक्षण कार्यक्रम 49 दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रतिभागियों को मृदा एवं जल परीक्षण पद्धतियों में आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस किया जाएगा।
प्रतिभागी डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों द्वारा संचालित व्यावहारिक सत्रों, कार्यशालाओं और परस्पर संवादात्मक-व्याख्यानों में भाग लेंगे।
इस अवसर के मुख्य अतिथि, डॉ. के सत्यनारायण, एसोसिएट डीन-सह-प्राचार्य, डी.के.ए.सी., किशनगंज ने कहा कि यह पहल बिहार में कृषि को बढ़ावा देने के लिए समुदाय के सदस्यों के बीच व्यावहारिक कौशल और ज्ञान को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता के साथ पूरी तरह मेल खाती है।
यह प्रशिक्षण बिहार के युवाओं को कृषि विकास में कौशल बढ़ाकर सशक्त बनाएगा।
इसमें शामिल विषयों में मृदा नमूनाकरण तकनीक, जल गुणवत्ता मूल्यांकन, परीक्षण परिणामों की व्याख्या और टिकाऊ कृषि पद्धतियाँ शामिल होंगी। मृदा और जल परीक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम बीएसडीएम के मिशन का हिस्सा है, जो व्यक्तियों को बाजार-संबंधित कौशल से सशक्त बनाना, बिहार में आर्थिक विकास और स्थिरता को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम पूरा करने पर, प्रतिभागियों को उनकी नई-नई मृदा और जल परीक्षण विशेषज्ञता को मान्यता देते हुए एक प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। इस उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ. जे. पी. सिन्हा, प्रोफेसर, डॉ. शोजीलाल बैरवा, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. कृष्णा, डॉ. शफी अफरोज और अन्य विशेषज्ञ और शिक्षकशामिल हुए।