कटिहार /रितेश रंजन
कटिहार जिले के तीनों अनुमंडल में एंटी रेबीज डे के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी शुरुआत नगर निगम कार्यालय स्थित पशु अस्पताल में की गई। जहां जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ आनंदी ने इस कार्यक्रम का विधिवत दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। एंटी रेबीज डे के मौके पर शहर के कई लोग अपने पालतू कुत्ते को टीका लगाने के लिए यहां पहुंचे हुए थे।
इस कार्यक्रम में 70 कुत्तों को टीका लगाया गया। मनिहारी अनुमंडल में 20 कुत्तों को टीके दिए गए। वहीं बारसोई अनुमंडल में 10 कुत्तों को टीके दिए गए। इस मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि एंटी रेबीज डे के मौके पर सौ पालतू कुत्ते को टीके लगाने का लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण कुछ दिनों के बाद शुरू हो जाएगा। उन्होंने एंटी रेबीज बारे में बताया कि रेबीज रोग मनुष्य तथा अन्य गर्म खून वाले जानवरों में होने वाले तीव्र विषाणु जनित संक्रमण है।
यह बीमारी अधिकांश पागल कुत्ते या जानवर के काटने, कटी हुए त्वचा को चाटने तथा खरोच से शरीर में विषाणु के प्रवेश करने के कारण होता है। बीमारी के लक्षण प्रकट होने पर मौत निश्चित है। यह घातक बीमारी है जो मानव मस्तिक को प्रभावित करती है तथा प्रति वर्ष होने वाले हजारों मौतों का कारण भी बनती है।
वही पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि इससे बचने का उपाय रेबीज के बारे में विशेष रुप से बच्चों के बीच जागरूकता प्रसारित की जानी चाहिए। आवारा जानवरों के अनावश्यक संपर्क से बचना चाहिए। घरेलू कुत्तों के साथ-साथ आवारा कुत्तों काफी टीकाकरण अवश्य किया जाना चाहिए। कुछ व्यक्तियों जैसे कुत्ता पकड़ने वाले, रेबीज रोगियों के सीधे संपर्क में आने वाले मेडिकल और पैरामेडिकल कर्मचारियों को रेबीज से संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है।
इसलिए इस वर्ग में आने वाले सभी व्यक्तियों को स्वयं को प्रतिरक्षित करवाना चाहिए। जानवर के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन के लिए तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें। इस अवसर पर पशुपालन विभाग के डॉक्टर मनोहर कुमार, डॉक्टर तौकीर आलम, डॉक्टर नोबिता, डॉ रंजीत कुमार, डॉ पंकज कुमार, डॉ चंदन कुमार सहित अन्य कर्मी शामिल थे