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मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है- जिलापदाधिकारी

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एनक्वास असेसमेंट: गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम

किशनगंज /प्रतिनिधि

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए आज गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स (एनक्वास) कार्यक्रम के तहत राज्यस्तरीय मूल्यांकन किया गया। यह निरीक्षण राज्यस्तरीय असेसर डॉ. राहुल कुमार और विकास कुमार की टीम ने किया। उनके साथ डीक्यूएसी सुमन सिन्हा, बीएचएम अजय साहा, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आफताब भी मौजूद रहे।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना और केंद्र को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना था।

असेसमेंट का उद्देश्य और प्रक्रिया

प्रभारी डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि असेसमेंट टीम ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सभी प्रमुख विभागों का निरीक्षण किया, जिनमें ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं, लैबोरेटरी, फार्मेसी, और वार्ड शामिल हैं।
टीम ने इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया:

मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता।

डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का व्यवहार।

अस्पताल में स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का पालन।

मरीजों के फीडबैक का संकलन।

असेसरों ने सभी विभागों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए।

एनक्वास प्रमाणीकरण क्यों है आवश्यक?

सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया,”एनक्वास प्रमाणीकरण हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की गुणवत्ता को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाता है। यह सुनिश्चित करता है कि मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार मिले। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का भरोसा बढ़ता है।”
मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस कार्यक्रम को सराहते हुए कहा,
“एनक्वास जैसी पहल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव ला सकती है। यह कार्यक्रम न केवल सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने में मदद करता है, बल्कि मरीजों और जनता को जागरूक भी करता है।”गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का यह एनक्वास मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम केवल हेल्थ सेंटर की सेवाओं को मानकों पर खरा उतारने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मरीजों और जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने का भी माध्यम है।ग्रामीण जनता के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि वे गुणवत्तापूर्ण सेवाओं का लाभ उठाएं और समय पर अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें। एनक्वास प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं को विश्वसनीय, प्रभावी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक ठोस पहल है।

ग्रामीणों को मिलेगा लाभ

  1. बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं: प्रमाणीकरण के बाद स्वास्थ्य केंद्र में सभी सेवाएं राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता के अनुरूप होंगी।
  2. भरोसा और आत्मविश्वास: मरीजों को पता चलेगा कि उनका उपचार उच्च मानकों के आधार पर हो रहा है।
  3. सुरक्षा और सम्मान: सेवाओं में सुरक्षा मानकों का पालन होगा, जिससे मरीजों को सम्मानजनक और सुरक्षित इलाज मिलेगा।
  4. समय पर उपचार: ग्रामीणों को सुलभ और विश्वसनीय चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।

स्वास्थ्य केंद्रों के लिए प्रेरणा

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि एनक्वास मूल्यांकन के बाद गाछपाड़ा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को सुधार के लिए विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य केंद्र अपनी सेवाओं में सुधार करेगा।सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा,”एनक्वास प्रमाणीकरण का उद्देश्य केवल गुणवत्ता सुधारना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर मरीज को सुरक्षित और सम्मानजनक उपचार मिले।”

जनता को जागरूक करने की अपील

जिलाधिकारी ने जनता से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाओं का पूरा लाभ उठाएं और समय पर चिकित्सा सहायता लें। उन्होंने कहा,”हमें स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में सहयोग करना चाहिए। यह हमारा अधिकार है कि हमें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।”

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मूल्यांकन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है- जिलापदाधिकारी

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