किशनगंज जिले में अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस (25 नवंबर – 10 दिसंबर) के अवसर पर 10 दिसंबर 2024 को “नयी चेतना अभियान 3.0” के तहत ठाकुरगंज प्रखंड बाल विकास परियोजना कार्यालय में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना एवं उन्हें सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ
महिला अधिकार और हिंसा उन्मूलन पर जागरूकता
इस सत्र में उपस्थित महिलाओं और आंगनवाड़ी सेविकाओं को महिला हिंसा के विभिन्न पहलुओं के साथ 181 महिला हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर, और जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ विमेन (DHEW) की सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, POSH (कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से संरक्षण), बाल विवाह निषेध अधिनियम, PCPNDT अधिनियम, और महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
सरकारी योजनाओं पर फोकस
कार्यक्रम में महिलाओं को वित्तीय साक्षरता के साथ-साथ सरकारी योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, उज्ज्वला योजना, और सुकन्या समृद्धि योजना, की जानकारी दी गई। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनाना था।
उल्लेखनीय सहभागिता
इस जागरूकता सत्र में जिला पदाधिकारी विशाल राज (आईएएस) के मार्गदर्शन में जिला परियोजना प्रबंधक, DHEW के जिला मिशन समन्वयक, लैंगिक विशेषज्ञ, और स्पेशलिस्ट इन फाइनेंशियल लिटरेसी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ठाकुरगंज परियोजना की सभी महिला पर्यवेक्षिका, सेविका, और मल्टी-टास्क स्टाफ (MTS) ने सक्रिय भागीदारी की।उन्होंने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल महिलाओं को जागरूक किया, बल्कि उनके जीवन को बदलने की दिशा में एक नई शुरुआत की। किशनगंज जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के इस संयुक्त प्रयास से यह संदेश गया कि महिलाओं की सशक्तता समाज के समग्र विकास के लिए अनिवार्य है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम ने महिलाओं को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं, और हिंसा से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक कर सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ, इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके दैनिक जीवन में आत्मविश्वास और स्वतंत्रता के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करना था।