तीन बैठकों के बाद भी विपक्ष नहीं तय कर पाया पीएम पद का चेहरा
पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद प्रधानमंत्री मोदी की सरकार उखाड़ फेंकने की बड़ी-बड़ी बातों से केवल अपने बचे-खुचे समर्थकों को बहला सकते हैं। वे भूल गए कि 2019के संसदीय चुनाव में उनकी पार्टी जीरो पर आउट हुई थी, जबकि भाजपा पहले से बड़े बहुमत के साथ सत्ता में लौटी थी।
श्री मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने सारा जोर लगा कर जो गठबंधन बनाया , वह तीन शीर्ष बैठकों के बाद भी जहाँ का तहाँ खड़ा है।” नौ दिन चले अढाई कोस” वाली कहावत इन पर लागू होती है।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव की घोषणा 10 मार्च को हुई थी। इस हिसाब से 2024 के चुनाव लिए केवल 80 दिन बचे हैं और विपक्ष के पास आज भी कोई चेहरा नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि 19दिसम्बर की बैठक में इंडी गठबंधन अपना संयोजक ही तय कर ले, तो बड़ी बात। पीएम पद का उम्मीदवार तय करना दूर की कौड़ी होगी।
उन्होंने कहा कि राहुल-लालू -नीतीश मंडली के पास “भाजपा हटाओ, भ्रष्टाचारी बचाओ ” के नकारात्मक नरेटिव के अलावा देश-हित का कोई ब्लू-प्रिंट नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि चेहरा-विहीन विपक्ष के मुकाबले भाजपा के पास नरेंद्र भाई मोदी जैसा प्रभावी नेतृत्व है, देशव्यापी संगठन है और किसानों-गरीबों-महिलाओं के लिए 10 साल में किये गए कल्याणकारी कार्यों की शानदार उपलब्धियाँ हैं।
उन्होंने कहा कि धारा -370 हटा कर आतंकवाद पर चोट, तीन तलाक से राहत, महिला आरक्षण बिल से नारी सशक्तीकरण और अगले महीने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर प्रधानमंत्री मोदी ने जो विश्वास अर्जित करेंगे, वह अजेय होगा।