टेढ़ागाछ /किशनगंज/विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के खनियाबाद पंचायत स्थित बैरिया उप स्वास्थ्य केंद्र अपनी बेबसी एवं बदहाली पर वर्षों से आंसू बहाने पर विवश है। आमजनों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से बना यह भवन आज अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है। उपस्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर घने जंगलों एवं विषाक्त कीटों का आशियाना बना हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो करीब दस वर्ष पूर्व लाखों की लागत से इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था। जहां ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की बात कही गई थी। वहीं उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से आमजनों में एक आस जगी थी। बताते चलें कि स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण होने के बाद से अबतक इस उप स्वास्थ्य केंद्र में कोई चिकित्सक की तैनाती विभाग द्वारा नहीं की गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि आमजनों को इलाज के लिए बैरिया से लगभग सात किलोमीटर की दूरी तय कर टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट क्लीनिक में जाकर इलाज करवाना उनकी मजबूरी बन गई है। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं अन्य कर्मियों की तैनाती के लिए लिखित प्रतिवेदन दिया गया। इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ऐसे चुप्पी साधे बैठे हैं जैसे उन्हें कोई जानकारी हीं नहीं है।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से उपस्वास्थ्य केंद्र बैरिया में चिकित्सक की तैनाती कर स्वास्थ्य सेवा बहाल करने की मांग की है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया स्वास्थ्य कर्मी की कमी है। अभी हम लोग इंद्रधनुष कार्यक्रम में लगे हुए हैं। इस कार्यक्रम के बाद बैरिया उप स्वास्थ्य केंद्र को सुदृढ़ कर जल्द ही स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कर दी जाएगी।