भाजपा के विरूद्ध जदयू ने पोल खोल अभियान के तहत कोचाधामन में मशाल जुलूस निकाल कर किया प्रदर्शन 

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किशनगंज /प्रतिनिधि

कोचाधामन प्रखंड अन्तर्गत कोचाधामन हास्पिटल चौक से प्रखंड मुख्यालय होते हुए भट्टा हाट तक जेडीयू के द्वारा विशाल मशाल जुलूस जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम के नेतृत्व में निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि एवं आम जनता शामिल हुए। जदयू कार्यकर्ता हाथों में मशाल, पार्टी का झंडा लिए भाजपा के आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हास्पिटल चौक से प्रखंड मुख्यालय होते हुए भट्टा हाट पहुंचे , जहां पर जुलूस नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया।

सभा को संबोधित करते हुए जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार आरक्षण विरोधी है।वह साज़िश कर रही है कि पिछड़ा,अति पिछड़ा, दलित, महादलित एवं आदिवासियों को दी जाने वाली आरक्षण व्यवस्था को समाप्त किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार से सभी पार्टियों का एक शिष्टमंडल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर जातिगत जनगणना कराने की मांग की थी। परंतु केन्द्र  की सरकार ने बिहार की मांग को खारिज कर दिया। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने संसाधनों से बिहार में जाति आधारित गणना कराने का एतिहासिक निर्णय लिया जिसके लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित किया।

 नीतीश कुमार के इस निर्णय से भाजपा के लोग काफी परेशान हो गए और उन लोगों ने माननीय पटना उच्च न्यायालय में रिट दायर कर जाति आधारित गणना को रूकवाने का काम किया। वहां पर कामयाबी नहीं मिली तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जहां पर 24 घंटे के अन्दर केन्द्र सरकार ने अपना हलफनामा बदल दिया। जिससे बीजीपी का असली चेहरा देश के सामने आ गया। बिहार में जाति आधारित गणना का काम पूरा हो गया है।अब सिर्फ डाटा का प्रकाशन होना बांकी है।

सभा को संबोधित करते हुए जदयू कोचाधामन विधानसभा प्रभारी दीपक कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि जाति आधारित गणना होने से सरकार को एक डाटा मिल जायेगा कि किस जाति की कितनी आबादी है,और उन जातियों की आर्थिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक स्थिति किया है? जिससे उन जातियों के लिए भविष्य में योजना बनाने में सरकार को मदद मिलेगी।और उन जातियों को मुख्य धारा में लाने में सरकार को मदद मिलेगी। जदयू प्रखंड अध्यक्ष दानिश एकबाल ने अपने संबोधन में कहा कि जाति आधारित गणना कराने का फैसला  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का एतिहासिक फैसला है। जिला पार्षद प्रतिनिधि कैसर राही ने अपने संबोधन में नीतीश कुमार के कार्यों की विस्तृत रूप से चर्चा की।सभा को समाजसेवी बाबर आलम , इन्जिनियर सुभाष सिंह सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।मंच संचालन शेरशाह भारती ने किया।

कार्यक्रम में जदयू पंचायत अध्यक्ष अतहर आलम, आलम, मुखिया अब्दुस सलाम, मुखिया प्रतिनिधि सरफराज राही,मिंटू, मुखिया प्रतिनिधि कारी मशकूर अहमद, प्रखंड अध्यक्ष दानिश इकबाल, उप प्रमुख समदानी बेगम भारती,  चिराग डीलर, सरपंच तनवीर कमाल सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

 भाजपा के विरूद्ध जदयू ने पोल खोल अभियान के तहत कोचाधामन में मशाल जुलूस निकाल कर किया प्रदर्शन