छपरा :कोविड टीकाकरण महा अभियान में दिखा उत्साह, नई-नवेली दुल्हन भी रही आगे

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• गर्भवती महिलाओं का भी हुआ टीकाकरण
• दिव्यांग-बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं का रखा गया विशेष ख्याल
• पदाधिकारी लगातार करते रहे मॉनिटरिंग
• टीकाकरण केंद्रों पर तैनात रहे सुरक्षाकर्मी


छपरा /प्रतिनिधि

जिले में कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के उद्देश्य से टीकाकरण महाअभियान चलाया गया। सुबह छह बजे से अभियान की शुरुआत की गयी। महाअभियान में उत्साह के साथ महिला-पुरुष, बुजुर्ग ,दिव्यांग आदि ने टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर अपना टीकाकरण कराया। सुबह छह बजे से हीं लोग टीकाकरण केंद्रों पर कतार में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसमें युवा ही नहीं, महिलाओं और बुजुर्गों ने खूब उत्साह दिखाया। सुबह से ही टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की लाइन लगनी शुरू हो गई। तेज धूप के बाद भी लोग टीका लगवाने के लिए घर से निकलकर बूथ तक पहुंचे। टीकाकरण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन तथा आवश्यक लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी थी। टीकाकरण केंद्रों पर बैठने के लिए कुर्सी, पीने के लिए पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी थी। लोगों ने उत्साह के साथ अपना टीकाकरण कराया। महाअभियान में केंद्रों पर उत्सवी माहौल बनाया गया। हर केंद्र पर वैक्सीन लगवाने के लिए आये लोगों ने उत्साह के साथ टीकाकरण करवाया। सभी लोग लाइन में लगकर अपना परिचय पत्र लेकर पंजीयन कराने के बाद वैक्सीन लगवा रहे थे। भीड़-भाड़ से निपटने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी थी।







गर्भवती महिलाओं ने भी लिया टीका:


टीकाकरण महाअभियान के दौरान गर्भवती महिलाएं भी घर की दहलीज को पार कर केंद्रों पर पहुंची और बिना किसी डर के टीकाकरण कराया । इस दौरान गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया गया। ताकि किसी तरह की परेशानी न हो और नहीं उन्हें लाइन में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़े। टीककारण केंद्रों पर दिव्यांग, बुजुर्ग तथा गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा गया। टीकाकरण के इस महाअभियान में बुजुर्गों और दिव्यांग भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। केंदों पर नियुक्त नोडल अधिकारी, वालिंटियर द्वारा बुजुर्ग तथा दिव्यांग के आने पर उन्हें स्वयं केंद्र के पंजीयन केंद्र तक व वैक्सीनेशन टेबल तक ले जाकर टीका लगवाने में सहयोग किया गया।


सेकेंड डोज पर दिया गया विशेष जोर:


कोविड टीकाकरण महाअभियान के दौरान सेकेंड डोज पर विशेष जोर दिया गया। सेकेंड डोज से वंचित लाभार्थियों को विशेष रूप से टीकाकरण किया गया। टीकाकरण केंद्रों पर अधिक से अधिक सेकेंड डोज के ड्यू लाभार्थियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अगर आप वैक्सीन की एक डोज लेकर कोरोना से लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं तो यह आपकी बड़ी भूल है। एक डोज वाले कोरोना की लड़ाई में पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं। सरकार का कहना है कि एक अधूरा दो से ही पूरा होगा। संकल्प लिया गया है कि 6 माह में 6 करोड़ व्यस्कों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसमें तेजी से बिहार आगे बढ़ रहा है। यह भी दावा किया जा रहा है यह संकल्प पूरा होगा, इसके लिए स्लोगन दिया गया है कि कर दिखाएगा बिहार।







लगातार मॉनिटरिंग करते रहे अधिकारी:


इस महाअभियान के दौरान जिलाधिकारी से लेकर सिविल सर्जन तक लगातार अभियान की मॉनिटरिंग करते रहे । सत्रों का प्रत्येक स्तर पर सघन अनुश्रवण किया गया। इसके लिये प्रति 3 सत्र पर एक पर्यवेक्षक तथा 10 सत्र स्थलों पर एक सेक्टर पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये थे। आशा, आंगनबाड़ी, जीविका दीदी, पंचायत सदस्य, शिक्षकों द्वारा लक्षित लाभार्थियों को महाअभियान के संबंध में जानकारी प्रदान की गयी तथा उनके माध्यम से लाभार्थियों का उत्प्रेरण कर टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया गया। अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया गया था। जिसके आधार पर जिले में महाटीकाकरण अभियान चलाया गया।






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