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जिला स्तरीय इमपावर्ड कमिटी की बैठक आयोजित ,डीएम ने उत्पाद अधीक्षक को कार्य संस्कृति में सुधार लाने का दिया सख्त निर्देश

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किशनगंज /संवादाता

अभियोजन पदाधिकारी को पांच पांच लक्ष्य रखकर केस का निष्पादन का निर्देश दिया गया था। 

आज जिला पदाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में जिला अभियोजन एवम् जिला स्तरीय इमपावर्ड कमिटी की बैठक उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में सम्पन्न हुई।बैठक में डीएम के अतिरिक्त एसपी कुमार आशीष एवं सभी अभियोजन पदाधिकारी,डीपीओ, पीपी तथा वीसी के माध्यम से सभी,अंचल पुलिस निरीक्षक ,सभी थानाध्यक्ष उपस्थित थे।

बैठक में न्यायालय में वादों के अभियोजन के क्रम में आ रही समस्याओं,उत्पाद केस के अभियोजन, गवाहों के उपस्थापन ,चार्जशीट ,लंबित मामलों के निष्पादन,अभियोजन पदाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों के बीच सामंजस्य,प्रत्येक वाद में राज्य के तरफ से पैरवी,विभिन्न प्रतिवेदन में अंकित धाराओं में स्पष्टता लाने, होस्टाइल गवाह पर मुख्य रूप से समीक्षा हुई।जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि प्रायः सभी न्यायालय में कोविड के कारण न्यायालय कार्य पूर्व से सुचारू रूप से नही चलने,परन्तु अब प्रारम्भ होने की सूचना दी गई।






जिला पदाधिकारी ने सभी लोक अभियोजक,विशेष अभियोजक के कार्यों और उनके स्तर पर लंबित रहने का कारणों पर समीक्षा कर निर्देशित किया कि सभी संबद्ध पदाधिकारी समन्वय से कार्य कर कांडो के निष्पादन में रुचि लेकर कार्य करें।अधिकतम दोषसिद्धि कराना लक्ष्य हो,जघन्य अपराधों यथा यौन उत्पीड़न,बलात्कार,लैंगिक अपराध,जुवेनायिल,मानव व्यापार, एससी एसटी के मामले उच्च प्रथमिकता के साथ निष्पादन कराएं। जिलाधिकारी ने उत्पाद वादों के निष्पादन की समीक्षा में असंतोष प्रकट करते हुए निर्देश दिया कि विशेष लोक अभियोजक,उत्पाद रुचि लेकर उत्पाद के मामलो मे दोषसिद्धि की दर बढ़ाए।वर्तमान में दोषसिद्धि की दर बहुत ही कम है,जो चिंताजनक है।सभी एस एच ओ को उत्पाद के मामले को गंभीरता से लेकर अभियोजन कार्य में प्रगति लाने और उत्पाद अधीक्षक को कार्य संस्कृति में सुधार लाने का सख़्त निर्देश दिया गया।






डीएम ने समीक्षा बैठक में सभी अभियोजकों को, वैसे केस जो आदेश फलक पर या अंतिम चरण में हो, वैसे 5-5 केस को चिन्हित करते हुए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया ताकि वैसे मामलो में जिला जज से विमर्श कर उनका त्वरित निष्पादन करवाया जा सके।इस प्रकार सभी अभियोजन पदाधिकारी को पांच पांच लक्ष्य रखकर केस का निष्पादन का निर्देश दिया गया था। 

थाना स्तर से आ रही समस्याओं पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने सभी अनुसंधानकर्ताओ को आवश्यक प्रतिवेदन ससमय अभियोजन पदाधिकारी को देने,एससी एसटी अत्याचार के मामलो मे घटना का स्पष्ट उल्लेख कर संबंधित धाराओं में कांड दर्ज करने ,पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रति केस डायरी में निश्चित रूप से संलग्न करने तथा आवश्यकता अनुसार संबंधित एपीओ से समन्वय कर कांड के निष्पादन का निर्देश दिया।उत्पाद के मामलो मे शराब जब्ती, गिरफ्तारी सूचना,वाहन जब्ती के साथ प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया।

डीएम ने सरकारी सेवक जो गवाह हो, के पक्षद्रोही होने के स्थिति में संबंधित विभाग को तुरंत सूचना देकर कार्रवाई करवाने का निर्देश दिया गया।जिलाधिकारी ने सभी अभियोजन पदाधिकारी के कार्यों की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि जो केस में समर्पण या जमानत हो जाता है,की सूचना संबंधित थाना को भी दें।उक्त बैठक में डीएम के अतिरिक्त एसपी ,एसडीएम,उत्पाद अधीक्षक,सभी लोक अभियोजक,विशेष अभियोजक,सभी सहायक अभियोजन पदाधिकारी ,उत्पाद व पुलिस के अभियोजन शाखा के पदाधिकारी उपस्थित हुए।






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