धर्म /डेस्क
1 जून, सोमवार को देश भर में “गंगा दशहरा” पर्व मनाया जा रहा है । शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हस्त नक्षत्र में गंगा जी का धरती पर अवतरण हुआ था। मान्यता के अनुसार आज के दिन -पाठ, हवन और मुंडन जैसे शुभ कार्य इस दिन पर किए जाते हैं।
इस दिन उपवास रखने और पूजा-पाठ करने से दस तरह के पाप दूर होते हैं। ऐसी मान्यता है कि यदि गंगा दशहरा के दिन किसी चीज़ का दान कर रहे हैं, तो वो भी संख्या में कम से कम 10 ज़रूर होनी चाहिए। पुराणों के अनुसार इसी दिन गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए इस दिन गंगा नदी में स्नान करना भी बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन इस साल यह संभव नहीं हो पायेगा।
तो आपके पास यदि घर पर गंगाजल है, तो उसे ही अपने नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें और यदि नहीं है तो माँ गंगा का ध्यान करते हुए सादे पानी से ही नहा लें। गंगा दशहरा के दिन गंगा की आराधना करने से व्यक्ति को उसके पापों से मुक्ति और मोक्ष का लाभ मिलता है।
मां गंगा के 11 प्रचलित नाम वैसे शास्त्रों में 108 नाम का भी उल्लेख है ।
ये 11 नाम हैं- जाह्नवी, त्रिपथगा, उत्तर वाहिनी, दुर्गा, मंदाकिनी, भागीरथी, देव नदी, हुगली, शिवाया, मुख्या, पंडिता ।